भारत में अगले वर्ष यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होने है। इसी वर्ष जनवरी में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी। इसी संबंध में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ देश भर को राम रंग में रंगने की तैयारियों में जुटा हुआ है। संघ चाहता है कि राम मंदिर का सपना साकार होने से पूरे देश में कई तरह की भावनाओं का उत्साह होगा।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत चार दिवसीय अवध प्रांत के प्रवास पर है। वहीं हाल ही में विशेष सत्र के दौरान संसद में पारित किए गए ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023’ को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने भी खुशी जाहिर की है।
संसद से ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023’ पारित होने की प्रशंसा की और कहा कि इससे महिला सशक्तीकरण और समान भागीदारी सुनिश्चित होगी। इस विधेयक का मकसद महिलाओं को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में एक तिहाई आरक्षण देना है। आरएसएस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भागवत और होसबाले के हवाले से कहा, ‘‘भारत की संसद ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023’ पारित कर नया इतिहास रचा है जो महिला सशक्तीकरण और उनकी समान भागीदारी सुनिश्चित करता है।’’
इस कदम को एक महत्वपूर्ण फैसला बताते हुए आरएसएस ने कहा कि यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को और मजबूत तथा समावेशी बनाएगा। आरएसएस ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इसे स्वागत योग्य और सराहनीय कदम मानता है। हमें विश्वास है कि महिलाओं की भागीदारी देश के विकास में नए आयाम जोड़ेगी।