संसद में ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी 23 सितंबर को फिर से अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर जा रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी का काशी से रिश्ता केवल एक सांसद के रूप में नहीं रहा है, बल्कि उन्होंने काशी की परंपरा और संस्कृति को अच्छी तरह से समझा है. देश की आधी आबादी को उनका हक दिलाने के बाद पीएम मोदी फिर से मां गंगा की शरण में जा रहे हैं, जैसा उन्होंने साल 2014 में एमपी पद के नामांकन के समय कहा था.
नई संसद भवन में संसद की कार्यवाही की शुरुआत और संसद के विशेष अधिवेशन में 27 सालों तक लंबित रहने के बाद ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने के एक दिन बाद 23 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर जा रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी काशी दौरा के दौरान वाराणसी सहित यूपी को 1600 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगत देंगे. इस दौरान वाराणसी के रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अटल आवासीय विद्यालय के बच्चों से बातचीत करेंगे.
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पहले वह सोच रहे थे कि बीजेपी ने उन्हें यहां भेजा है. फिर लगा कि वह काशी जा रहे हैं. आज यहां आने पर उन्हें लगता है कि न किसी ने उन्हें भेजा है, न वह यहां आये हैं, उन्हें मां गंगा ने बुलाया है और अब फिर से मोदी काशी जा रहे हैं और मां गंगा की शरण में जा रहे हैं.
यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि संसद ने महिला आरक्षण विधेयक लगभग सर्वसम्मति से पारित हुआ है. एक-दो को छोड़कर किसी भी राजनीतिक दल ने इस विधेयक का विरोध नहीं किया. आधी आबादी को उनका हक मिला है और पीएम मोदी महाभारत के भीष्म पितामह की तरह से फिर से मां गंगा के शरण में जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी से केवल एक सांसद के रूप में रिश्ता नहीं हैं. प्रधानमंत्री ने काशी की परंपरा और संस्कृति को न केवल अच्छी तरह से समझा है, बल्कि से जीवांत रूप भी देने की कोशिश की है. वाराणसी की पौराणिकता को बरकरार रखते हुए पीएम मोदी ने उसे आधुनिकता और विकास के ढांचे में ढाला है. बीते नौ साल में पीएम मोदी ने काशी की तस्वीर बदल दी है. काशी में आज पौराणिकता दिखती है, तो विकास और आधुनिकता भी दिखती है.
नौ सालों में पीएम मोदी का 42वां दौरा
23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 42वां काशी का दौरा है. वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मुख्य रूप से 400 करोड़ की लागत से प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास व लगभग 1200 करोड़ की लागत से वाराणसी समेत प्रदेश के अन्य जनपदों में तैयार 16 अटल आवासीय विद्यालय का लोकार्पण करेंगे.
इस 4 घंटे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंजारी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के शिलान्यास के बाद यहीं पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे. जनसभा के पहले वह प्रधानमंत्री अटल आवासीय विद्यालय के बच्चों के साथ बातचीत करेंगे. इसके बाद सांसद संस्कृति महोत्सव के विजेताओं से मिलेंगे और उनसे बातचीत करेंगे.
जनसभा से पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है. इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी झलक दिखेगी. गांजरी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास करने के बाद मोदी वाराणसी आएंगे. यहां पीएम मोदी वाराणसी के रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अटल आवासीय विद्यालय के बच्चों से बातचीत करेंगे.
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम ने खोला विकास का द्वार
साल 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी का वाराणसी का सांसद चुने जाने के बाद इस पौराणिक शहर का सर्वांगीण विकास हुआ है. 13 दिसंबर, 2021 को पीएम मोदी ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का उद्घाटन किया है, तब से काशी जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. काशी की पौराणिकता को नयी पहचान मिली है और युवाओं में भी आकर्षण बढ़ा है. वास्तव में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर ने वाराणसी के विकास का द्वार खोल दिया है.
हाल में नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई जी20 की बैठक में शामिल होने आये विदेशी मेहमानों ने भी काशी की सुंदरता के कायल हो गये थे. जी20 की बैठक में शामिल होने आए मेहमानों ने दशाश्वमेध घाट पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुए थे. इसके साथ ही काशी में लगातार विभिन्न परियोजनाएं लागू हो रही हैं और काशी का सौंदर्यीकरण हो रहा है.
आधी आबादी को अधिकार के बाद काशी का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी दौरा कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी का दौरा नई संसद भवन में कामकाज की शुरुआत और महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने के एक दिन के बाद ही हो रही है. महिला आरक्षण विधेयक सालों से लंबित था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर यह विधेयक बिना ज्यादा विरोध के संसद में पारित हो गया है.
लेकिन जिस तरह से महिला आरक्षण विधेयक संसद में लगभग निर्विरोध पारित हुआ है. उससे राजनीतिक रूप से बीजेपी को इसका फायदा होगा और लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी इसे निश्चित रूप से अपनी सफलता बताने से नहीं चूकेगी. पीएम मोदी ने महिला आरक्षण विधेयक को पारित होने को देश की मातृशक्ति का भरोसा करार दिया था और कहा था कि इससे देश को नई दिशा देगा और इस महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने के बाद पीएम मोदी का वाराणसी दौरा अहम माना जा रहा है.
चुनावी आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं का वोट प्रतिशत बढ़ा है और अगले साल लोकसभा चुनाव है और पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जिस तरह से महिला आरक्षण विधेयक पारित हुआ है, उससे महिलाओं का विश्वास जीतने में मदद मिलेगी और साइलेंट वोटर्स फिर से मोदी के पक्ष में खड़े दिखाई देंगे.
दूसरी ओर, महिला आरक्षण विधेयक को लेकर विपक्ष ने फिर से ओबीसी को लेकर राजनीति शुरू की है. उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के इस इलाके में ओबीसी जातियों का बाहुल्य रहा है. संसद में विधेयक पर हुई बहस के दौरान अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा ने ओबीसी पर विपक्ष के सवाव का करार जवाब दिया था. यूपी की राजनीति में ओबीसी बड़ा फैक्टर माना जाता है. ऐसे में पीएम मोदी वाराणसी दौरे से विपक्षी पार्टियों के ओबीसी की चाल को बेकनाब कर सकते हैं.