New Delhi: प्रशांत किशोर की नीतीश कुमार, भाजपा, राजद और बिहार की आगामी राजनीति पर भविष्यवाणी

New Delhi: प्रशांत किशोर की नीतीश कुमार, भाजपा, राजद और बिहार की आगामी राजनीति पर भविष्यवाणी

पटना: दिल्ली की सत्ता का रास्ता अगर यूपी से होकर जाता है तो, सत्ता परिवर्तन का रास्ता बिहार दिखाता रहा है. जेपी आंदोलन से लेकर कई ऐसे मौके आए हैं जिसमें बिहार ने सत्ता बदलाव की कहानी गढ़ी और वह अपने मुकाम तक भी पहुंचा. इस बार फिर बिहार के नीतीश कुमार ने जब केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और विपक्षी गोलबंदी सफल होती दिखने लगी तो लगा कि एक बार फिर बिहार पुरानी कहानी दोहरा सकता है. लेकिन, अब इसमें ब्रेक लगने के कयास है और सत्ता परिवर्तन की जगह सीएम नीतीश कुमार के मूड बदलने की खबरें आम हैं. प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने इसको लेकर भविष्यवाणी की है (नीतीश कुमार के पलटने का आगामी क्रम) कि बिहार की राजनीति में आगे क्या होने वाला है. 

G20 के भोज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल होने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मुलाकात और इंडिया गठबंधन के समन्वय समिति की बैठक से राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की दूरी ने बिहार की राजनीति में नए संकेत दिए हैं. नीतीश कुमार के एक बार फिर से राजद का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. इस पूरी चर्चा को लेकर चुनावी रणनीतिकार रहे जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने बारीकी से नीतीश कुमार की राजनीति पर अपनी राय व्यक्त की.

सीएम नीतीश पर पीके का दावा

प्रशांत किशोर ने कहा, लोक सभा चुनाव 2024 के बाद सहूलियत के हिसाब से नीतीश कुमार अपनी राजनीतिक दिशा तय करेंगे. पीके ने बताया कि बीते मार्च महीने में दिल्ली में नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात हुई थी. इस मीटिंग के दौरान नए गठबंधन बनाने पर चर्चा भी हुई थी. मीटिंग की चर्चा करते पीके ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति का अपना अलग तरीका है. वह अपने साथ रहने वाली पार्टियों और लोगों को डराते रहते हैं. नीतीश कुमार यह कह कर ब्लैकमेल करते रहते हैं कि मेरी बात नहीं मानी तो पलटी मार कर उधर भी जा सकते हैं.

नीतीश की राजनीति पर पीके का कटाक्ष

पीके ने सीएम नीतीश पर तंज करते हुए कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि नीतीश कुमार कल होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और यह कहेंगे कि हमने तो सब को एकजुट करने का प्रयास किया, लेकिन ये लोग साथ नहीं आए तो फिर बिहार की जनता की भलाई के लिए भाजपा के साथ जा रहे हैं. प्रशांत किशोर ने दावा किया कि नीतीश कुमार ऐसी राजनीति करने में माहिर हैं. वह लोक सभा चुनाव से पहले भले ही इंडिया गठबंधन नहीं छोड़ें, लेकिन 2024 के चुनाव के बाद कहां जाएंगे और क्या करेंगे इसका अंदाजा किसी को भी नहीं है. स्वयं नीतीश कुमार भी नहीं जानते कि उनकी अगली चाल क्या होगी.

पीके ने बताया नीतीश का फ्यूचर प्लान

प्रशांत किशोर ने यह भी बताया कि नीतीश कुमार ने आखिर बीजेपी का साथ छोड़कर आरजेडी का दामन क्यों थाम लिया. पीके ने कहा कि नीतीश कुमार के मन में यह बात बैठ गई थी कि 2024 के चुनाव परिणाम के बाद भाजपा मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटा देगी और अपनी पार्टी का सीएम बिहार में बना लेगी. कम से कम 2025 तक मुख्यमंत्री बने रहें इसके लिए उन्होंने पाला बदल लिया. पीके ने कहा कि नीतीश कुमार सहूलियत की राजनीति करते हैं और जब जिसके साथ सुविधा मिलती है, वहीं चले जाते हैं. इसलिए 2024 लोक सभा चुनाव के बाद फायदे के हिसाब से अपनी नई दिशा तय करेंगे.

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