New Delhi: मां ने जबरदस्ती हाथ में बल्ला थमाया, विराट की टीम को दिलाई थी पहली जीत, अब ट्रिपल सेंचुरियन का हुआ डेब्यू

New Delhi: मां ने जबरदस्ती हाथ में बल्ला थमाया, विराट की टीम को दिलाई थी पहली जीत, अब ट्रिपल सेंचुरियन का हुआ डेब्यू

नई दिल्ली: एशियन गेम्स 2023 के महिला क्रिकेट में आज भारत की टक्कर मलेशिया से हो रही. ये भारतीय महिला क्रिकेट टीम का पहला मैच है और भारत सीधे क्वार्टर फाइनल खेल रहा. इस मैच में मलेशिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. हरमनप्रीत कौर की गैरमौजूदगी में स्मृति मंधाना टीम इंडिया की कप्तानी कर रही हैं. हरमनप्रीत पर दो मैच का बैन लगा है. भारत के लिए इस मैच में 21 साल की ऑलराउंडर कनिका आहूजा ने टी20 डेब्यू किया है. कनिका ने वुमेंस प्रीमियर लीग के पहले सीजन में विराट कोहली की टीम आरसीबी को पहली जीत दिलाई थी. वो बाएं हाथ से बल्लेबाजी के अलावा ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी करती हैं.

कनिका आहूजा इससे पहले, वुमेंस इमर्जिंग टीम कप में नजर आईं थी और अपने ऑलराउंड खेल से काफी प्रभावित किया था. उन्होंने इंडिया-ए की तरफ से खेलते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में बांग्लादेश-ए के खिलाफ 23 गेंद में नाबाद 30 रन ठोकने के साथ 2 विकेट भी लिए थे. उनके इस प्रदर्शन की वजह से इंडिया-ए खिताब जीतने में सफल रहा था और वो प्लेयर ऑफ द मैच चुनी गईं थीं.

कनिका को क्रिकेटर बनाने में मां का बड़ा हाथ

कनिका को टीम इंडिया तक पहुंचाने में उनकी मां का बड़ा हाथ है. मां ने ही कनिका को जबरदस्ती हाथ में बल्ला थमाया था और क्रिकेट खेलने के लिए भेजा था. दरअसल, कनिका दिनभर में पतंग उड़ाती रहती थीं और मां को ये पसंद नहीं था. इसी वजह से उन्होंने कनिका का परिचय क्रिकेट से कराया. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और पहले पंजाब की टीम और अब टीम इंडिया का टिकट कटा लिया. वो वुमेंस प्रीमियर के पहले सीजन में आरसीबी की तरफ से खेली थीं.

कनिका आहूजा पावर हिटर हैं. उन्होंने पंजाब के इंटर डिस्ट्रिक्ट वुमेंस सीनियर वनडे टूर्नामेंट में पटियाला की तरफ से खेलते हुए 122 गेंद में नाबाद 305 रन ठोके थे. वो विराट कोहली के साथ ही सूर्य़कुमार यादव को भी अपना आयडल मानती हैं.

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