Women Reservation Bill: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह संसद की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सहित कई वरिष्ठ मंत्री शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में महिला आरक्षण से जुड़े विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण के प्रावधान वाले इस 128वें संविधान संशोधन विधेयक के संसद के निचले सदन में पारित होने पर बुधवार को खुशी जताते हुए कहा कि इससे महिला सशक्तिकरण होगा और राजनीतिक प्रक्रिया में उनकी और भी अधिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने ‘एक्स’ पर किए गए एक पोस्ट में कहा, ‘लोकसभा में संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 के इस तरह के अभूतपूर्व समर्थन के साथ पारित होने पर प्रसन्नता हुई.’
उन्होंने इस विधेयक के समर्थन में मतदान करने वाले सभी दलों के सांसदों के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने इस विधेयक को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए कहा कि इसके कानून की शक्ल लेने के बाद बनने वाला ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ महिला सशक्तीकरण को और बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा, ‘यह हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में महिलाओं को और भी अधिक भागीदारी करने में सक्षम बनाएगा.’
उल्लेखनीय है कि लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित हो गया. इसके पक्ष में 454 मत पड़े जबकि दो सांसदों ने इसके विरोध में मतदान किया. नए संसद भवन में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक पेश किया था. इस विधेयक में लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है.
मोदी ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक के साथ नए सदन की शानदार शुरुआत हुई है. इससे महिलाओं के नेतृत्व में विकास को अभूतपूर्व गति मिलने वाली है.’ उन्होंने कहा कि इसे जिस प्रकार से सभी राजनीतिक दलों का ‘ऐतिहासिक’ समर्थन मिला है, वह विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा.