यूपी के शाहजहांपुर में बीती रात प्रोफेसर की हत्या करने वाले अपराधियों में से एक आरोपी शाहबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. बताया जा रहा है कि शाहबाज दारोगा की पिस्टल छीनकर भाग रहा था. पुलिस वालों ने उसे रुकने की चेतावनी दी उसने फायरिंग शुरू कर दी जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया.
यूपी के शाहजहांपुर में बीती रात एक प्रोफेसर के घर में घुसे दर्जन भर डकैतों ने चाकू से गोदकर प्रोफेसर आलोक गुप्ता की निर्मातापूर्वक हत्या कर दी. प्रोफेसर आलोक घर में परिवार के साथ सो रहे थे इस दौरान उनकी निर्मम हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं बदमाशों ने प्रोफेसर की पत्नी, बच्चे और भाई पर भी चाकू से हमला किया जिसके बाद सभी बुरी तरह घायल हो गए. लूटकांड और हत्या का अंजाम देने के बाद बदमाश भाग रहे थे. इधर शोर शराबा होने पर मोहल्ले के लोग जग गए. तब मोहल्ले वालों ने घटना को अंजाम देकर भाग रहे एक बदमाश को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. इसके बाद पुलिस बदमाश को मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश करने के लिए लेकर जा रही थी.
बताया जा रहा है इस दौरान नेशनल हाइवे पर बतलैया गांव के पास गाड़ी के सामने छुट्टा जानवर आ गया. तब गाड़ी की रफ्तार धीरे हो गई. इसका फायदा उठाकर बदमाश दरोगा की पिस्तौल छीनकर भाग निकला. पुलिस ने बदमाश को सरेंडर करने की चेतावनी दी. लेकिन वह गन्ने के खेत में छुप गया और पुलिस पर फायरिंग करने लगा. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से शाहबाज घायल हो गया. तब पुलिस उसे तिलहर सीएचसी ले गई. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पहले भी आया था शाहबाज का हत्या में नाम
बताया जा रहा है कि शाहबाज का सपा के पूर्व नगरध्यक्ष सरताज खां की हत्या में भी नाम आया. इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. तब वह पुलिस से बचने के लिए हरिद्वार में रहने लगा था. यह मामला जब शांत हुआ तो वह वापस शाहजहांपुर लौटा था फिर लूट और हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दारोगा की पिस्टल छीनकर फरार हो रहा था.
सीओ तिलहर और टीम को इनाम
मामले में एसपी अशोक मीणा ने बताया कि मृतक प्रोफेसर के परिजनों की तहरीर पर लगभग दर्जन भर डकैतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जबकि लुटेरे शाहबाज को ढेर करने वाले सीओ तिलहर और पुलिस टीम को 25 हजार रुपए एसपी की ओर से और 50 हजार रुपए की धनराशि से आईजी बरेली रेंज की ओर से पुरस्कृत किया गया है.