लखनऊ में सोमवार को एक लेखपाल के घूस मांगने का मामला सामने आया है। उसे सदर तहसील में 15 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। उसमें दिख रहा है कि लेखपाल बीच सड़क पर हंगामा कर रहा है। एंटी करप्शन की टीम लेखपाल को घसीटते हुए ले जा रही है।
वह जब आगे नहीं बढ़ रहा था, तो टीम उसकी दोनों टांग पकड़कर उठाकर ले गई। वो बार-बार कह रहा- मैं बेकसूर हूं...मुझे क्यों ले जा रहे हो। शोर-शराबा सुनकर अन्य कर्मचारी भी आए। जो लोग वहां पर अपना दैनिक काम कराने आए थे, वो भी एकत्र हो गए। इससे तहसील के अंदर भीड़ लग गई। पीड़ित की शिकायत पर टीम ने उसे ट्रैप कर पकड़ा।
लेखपाल जाने से मना कर रहा था, तो एंटी करप्शन टीम उसकी टांगे पकड़कर उसे ले गई।
रायबरेली से ट्रांसफर होकर कुछ दिन पहले ही लखनऊ में किया था जॉइन
लेखपाल अविनाश ओझा को एंटी करप्शन की टीम ने 15 हजार घूस लेते पकड़ लिया। वह पिछले दिनों ही रायबरेली से ट्रांसफर होकर आए थे। उनकी गिरफ्तारी की सूचना फैलते ही सदर तहसील के कर्मचारी भी बाहर एकत्र हो गए। जिसके बाद अविनाश ओझा खुद को निर्दोष बताते हुए टीम के साथ न जाने पर अड़ गए।
जिसके बाद टीम ने बल का प्रयोग करते हुए उनके जमीन पर लेटने उठाकर ले गई। एंटी करप्शन टीम ने बताया कि अविनाश पर एक पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। फिलहाल, लिखा पढ़ी के बाद गिरफ्तारी को लेकर ही आधिकारिक जानकारी दी जाएगी।