नई दिल्लीः केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए पांच दिवसीय विशेष सत्र की आज से शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद कांग्रेस पार्टी के सासंद अधीर रंजन चौधरी ने संसद भवन की पुरानी यादों का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने भी पंडित जवाह लाल नेहरू से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी और मनोमहन सिंह तक कई पूर्व प्रधानमंत्रियों को याद किया. इस बीच मनमोहन सिंह पर बात करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘हमारे मनमोहन सिंह जी को कहा जाता था कि वह मौन रहते हैं, वह मौन नहीं रहते थे. बल्कि काम ज्यादा और बात कम करते थे. जब जी20 का सम्मेलन हुआ करता था, उस समय भी उन्होंने कहा था कि यह हमारे देश के लिए अच्छा है.’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि जब यह खबर मिल रही है कि आज इस सदन का अंतिम दिवस है तो सही मायनों में भावुक होना तो स्वभाविक है. ना जाने कितने दिग्गजों और देशप्रेमियों ने देश के लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए यहां योगदान दिया है. बहुत सारे पूर्वज इस दुनिया को छोड़कर चले गए. हम उनको याद करते रहेंगे. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ”चंद्रयान को लेकर चर्चा चल रही थी, मैं कहना चाहता हूं कि 1946 में जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में परमाणु अनुसंधान समिति का गठन किया गया था. वहीं से हम आगे बढ़े और 1964 में इसरो का विकास किया.”
वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “नेहरू जी का मानना है कि एक मजबूत विपक्ष की अनुपस्थिति का मतलब है कि सिस्टम में महत्वपूर्ण कमियां हैं. अगर कोई मजबूत विपक्ष नहीं है, तो यह सही नहीं है. अब, एक मजबूत विपक्ष है.’
इसके अलावा खरगे ने कहा कि ईडी, सीबीआई के माध्यम से इसे कमजोर करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. उन्हें (अपनी पार्टी में) ले जाओ, उन्हें वॉशिंग मशीन में डाल दो और जब वे पूरी तरह से साफ निकल आएं तो उन्हें (अपनी पार्टी में) स्थायी कर दो. आप देख सकते हैं क्या आज हो रहा है?