राठौड़ बोले- डोटासरा अहंकारी रावण, छुपने को बिल नहीं मिलेगा, लक्ष्मणगढ़ वीरों की धरती, अब लोग कहते हैं, पेपर चोरों की राजधानी बन गई

राठौड़ बोले- डोटासरा अहंकारी रावण, छुपने को बिल नहीं मिलेगा, लक्ष्मणगढ़ वीरों की धरती, अब लोग कहते हैं, पेपर चोरों की राजधानी बन गई

विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही नेताओं के भाषणों में तल्खी बढ़ती जा रही है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को अहंकारी रावण बताया है। डोटासरा के निर्वाचन क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा की सभा में राठौड़ ने डोटासरा पर चुन-चुन कर तल्ख कमेंट किए। राठौड़ ने गहलोत-पायलट मुद्दे पर भी कांग्रेस को निशाने पर लिया।

राजेंद्र राठौड़ ने कहा- लक्ष्मणगढ़ में अहंकारी रावण के रूप में गोविंद डोटासरा कई प्रकार की चुनौती देते हैं। मैं उन्हीं को कह करके जाता हूं कि गोविंदजी आप कभी मुझे ललकारते हैं, आप कभी किसी को ललकारते हैं। इस विराट सभा का वीडियो देख लेना, आप किस बिल में घुसोगे। आपको बिल भी नहीं मिलेगा, आपकी विदाई तय है।

वीरों की धरती को नाथी के बाड़े की धरती और पेपर चोरों की राजधानी बना दिया

राठौड़ ने कहा- लक्ष्मणगढ़ की धरती की बात होती है तो लोग कहते हैं यह वीरों की भूमि है। यह भक्ति और शक्ति की भूमि है, वतन पर मर मिटना यहां की परिपाटी रही है। बच्चा पैदा होता है तो जिगर में बारूद लेकर पैदा होता है। आत्मविश्वास के साथ जीता है। यहां का किसान धरती का सीना चीर कर अन्न पैदा करता है। लेकिन, इसी लक्ष्मणगढ़ की धरती को जब लोग नाथी के बाड़े की धरती कहते हैं। जब लोग यह कहते हैं कि पूरे हिंदुस्तान में पेपर चोरों की राजधानी कहीं है तो लक्ष्मणगढ़ में है। इससे बड़ा अफसोस होता है।

जब रीट का पेपर लीक हो रहा था तो डोटासरा कह रहे थे, यह रीटोत्सव है

राठौड़ ने कहा- मुझे मेरे निर्वाचन क्षेत्र के दो-तीन नौजवानों ने कहा कि हम उस चक्की की तलाश कर रहे हैं जिस चक्की के पिसे आटे को खाने पर एक साथ एक परिवार में चार-चार आरएएस पैदा हो जाते हैं। इन्होंने नौजवानों के अरमान कुचले। जब रीट का पेपर लीक हो रहा था तो डोटासरा कह रहे थे, यह रीटोत्सव है। हम लोग समझ नहीं पा रहे थे। बाद में पता लगा उत्सव उनके लिए था। उनको मालूम था पेपर लीक का उद्योग चल निकला है, नोटों की बरसात होगी। उसके बाद क्या हुआ, क्या नहीं हुआ, यह सब आप लोगों ने देखा है।

दंभी नेता को घुसने को जगह नहीं मिलेगी

राठौड़ ने कहा- जिस दंभी नेता ने कहा कि आरएसएस को बिल में घुसा देंगे, उस दंभी नेता को अब घुसने के लिए जगह नहीं मिलेगी। अहंकार तो रावण का भी नहीं चला था। इस धरती से लाल डायरी की सरकार विदा नहीं होगी तो कब विदा होगी। यह ढपोर शंखों की सरकार है। यह सपनों के सौदागरों की सरकार है। यह सरकार सर्कस सरकार है।

जिसके साइन वाले सिंबल से गहलोत चुनाव लड़े, उसी पायलट को नाकारा-निकम्मा कहा

राठौड़ ने कहा- कभी आपने सुना है कि मुख्यमंत्री अपने सारे विधायकों के साथ 34 दिन तक पांच सितारा होटल में संगीनों के पहरों में बैठ जाए। कभी आपने सुना मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों पर राजद्रोह का मुकदमा करवा दे। कभी आपने सुना जिसके हस्ताक्षर वाले सिंबल से मुख्यमंत्री जी ने पिछले चुनाव में नामांकन भरा, उसी सचिन पायलट को नाकारा, निकम्मा, गद्दार और किन-किन शब्दों से गालियां दी, यह सबने देखा।

दिन में तारे जरूर दिखते हैं बिजली नहीं

राठौड़ ने कहा- यह ऐसी सरकार है जो आजकल कई तरह के वादे कर रही है। अब तो न रहा बांस, न बजी बांसुरी। बिजली आई नहीं, इन्होंने कहा दो ब्लॉक में किसान को बिजली देंगे। दिन में तारे जरूर नजर आते हैं, बिजली नहीं दिखती है। किसानों की कर्ज माफी के लिए कल्ला कमेटी बनाई थी, लेकिन किसानों पर कुर्की के नोटिस जारी हो रहे हैं। शेखावाटी में थाना-कचहरी नीलाम हो रहे हैं। गैंगस्टरों का राज है।

इस सरकार ने हनुमानजी से पंगा लिया है

राठौड़ ने कहा- डोटासरा अहंकारी रूप से कहते हैं कि गुस्सा आता है तो न जाने में क्या कर देता हूं। लोगों का मानस देखकर लगता है वे दिन बीत गए। यह धरती सालासर हनुमान को मानने वालों की धरती है। मोदीजी राम मंदिर बनाते हैं और यह सालासर के राम दरबार को तोड़ते हैं। मोदीजी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाते हैं ये राजगढ़ में शिवलिंग को कटर से काटते हैं। आज किस प्रकार का वातावरण बना है। यह सरकार हनुमान जयंती पर धारा 144 लगाती है। हनुमान जी की ध्वजा लगाने पर उदयपुर में लोगों पर मुकदमा होता है। इस सरकार ने हनुमानजी से पंगा लिया है। हनुमानजी से पंगा रावण ने लिया था। मंदोदरी ने बहुत कहा था हनुमानजी अशोक वाटिका में आ गए हैं, छेड़छाड़ मत करो, यह देवत्व को प्राप्त किए हुए हैं, लेकिन रावण नहीं माना। हनुमानजी की पूंछ पर आग लगाई तो उन्होंने लंका को जला डाला। इस सरकार का जलना तो तय है।

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