यूपी में BJP ने 57 जिलों के नए जिलाध्यक्ष घोषित किए हैं। वहीं, 41 जिला अध्यक्षों पर पार्टी ने दोबारा भरोसा जताया है। 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को भाजपा ने इस बदलाव के जरिए साधा है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि बड़े शहरों में जिला अध्यक्षों को पार्टी ने पूरी तरह बदल दिया है।
वहीं, इस बार पूर्व विधायक और एमएलसी को भी जिलाध्यक्ष का प्रभार सौंपा गया है। इस क्रम में एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा को बनारस का जिला अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं बलिया की कमान पूर्व विधायक संजय यादव को सौंपा गया है। वहीं आगरा, बरेली समेत कई जिलों के जिलाध्यक्ष नहीं बदले गए हैं। पुराने चेहरों पर भरोसा जताया गया है।
इस बदलाव के जरिए भाजपा न केवल क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश किया, बल्कि जातीय समीकरणों को भी साधने पर उसका फोकस रहा। उत्तर प्रदेश में OBC वोट बैंक की बात करें तो वह सबसे ज्यादा तकरीबन 52% है। चाहे 2014 के लोकसभा चुनाव रहे हों या फिर 2019 का...OBC समाज ने बीजेपी का हर चुनाव में साथ दिया है।
लगातार भाजपा सत्ता में बनी रही है। इसीलिए अब OBC वोट बैंक को साथ लाने के लिए बीजेपी इस बदलाव में भी OBC चेहरों को ज्यादा मौका दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने कुल 98 लोगों की लिस्ट जारी की है। इसमें 50 जिलाध्यक्ष बदले गए हैं। बाकी कई शहरों के महानगर कमेटियों की जिम्मेदारी नए चेहरों को दी गई है।
कानपुर के 3 जिलाध्यक्षों के चेहरे बदले
कानपुर में भाजपा ने तीनों ही जिलाध्यक्षों को बदल दिया है। कानपुर नगर में उत्तर की जिम्मेदारी दीपू पांडेय को सौंपी गई है। जबकि कानपुर दक्षिण की जिम्मेदारी शिवराम सिंह को दी गई है। वहीं कानपुर ग्रामीण का जिम्मा दिनेश कुशवाहा को दिया गया है।