विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा लगातार अपना कुनबा बढ़ा रही है। बुधवार को भी 16 नेताओं, ब्यूरोक्रेट्स और विभिन्न समाज के नेताओं ने भाजपा जॉइन की। डूंगरगढ़ से तीन बार विधायक रहे किशना राम नाई की घर वापसी हुई है। किशना राम नाई ने 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी छोड़ दी थी। उन्होंने चुनावों में माकपा के गिरधारीलाल महिया का समर्थन किया था।
इसके अलावा आईपीएस पंकज चौधरी की पत्नी मुकुल चौधरी ने भी पार्टी की सदस्यता ली है। मुकुल चौधरी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर जोधपुर से चुनाव लड़ा था। इनकी माताजी शशि दत्ता भैरों सिंह शेखवात सरकार में कानून एवं न्याय मंत्री रहीं थी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने इनको पार्टी की सदस्यता दिलाई।
अभी तक कई दिग्गज जॉइन कर चुके हैं पार्टी
विधानसभा चुनाव से पहले अब तक कई दिग्गज बीजेपी का दामन थाम चुके हैं। पूर्व सांसद सुभाष महरिया ने 19 मई को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ओमप्रकाश पहाड़िया, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पारिवारिक सदस्य एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विजेंद्र सिंह शेखावत ने 12 जून को विधिवत रूप से बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी।
23 जुलाई को 17 नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स ने भाजपा जॉइन की थी। इसमें कांग्रेस-माकपा नेताओं के अलावा IAS-IPS भी शामिल रहे। वसुंधरा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले CPM के पूर्व विधायक पवन दुग्गल भी बीजेपी में शामिल हो गए। उन्होंने अपनी पत्नी रानी दुग्गल के साथ बीजेपी जॉइन की थी।
रिटायर्ड जज भी कर चुके हैं बीजेपी जॉइन
12 अगस्त को कई सेवानिवृत प्रशासनिक, न्यायिक अधिकारियों सहित कर्मचारी नेता और गुर्जर समाज के दिग्गज नेताओं ने भी भाजपा का दामन थामा था। इसमें रिटायर्ड जज किशन लाल गुर्जर, मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी पवन कुमार जैन, अनिता कटारा, युगवीर पटेल, कृषि निदेशक सुभाष सिंह, अतर सिंह गुर्जर, सुशीला खैरवा, सीएम अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी महेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक मोतीलाल खरेरा, गोपीचंद गुर्जर, मृदुरेखा चौधरी, प्रोफेसर भरत सिंह, डॉ. दिनेश यादव और अन्य बीजेपी में शामिल हुए थे।