प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को प्रदेश के सभी जिलो के सीडीओ के साथ विकास कार्यों को लेकर लखनऊ के योजना भवन में की समीक्षा बैठक। इस दौरान राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम और ग्राम विकास विभाग के सभी उच्चाधिकारी रहे मौजूद। प्रदेश के अंदर जो विकास कर चल रहे है उसको लेकर मुख्य विकास अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए।
प्रदेश के सभी गरीब परिवार तक पहुंचे योजनाओं का लाभ
डिप्टी सीएम ने अपने समीक्षा बैठक के दौरान कहा, सरकार की योजनाएं गरीबों तक और गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया जाए। वहीं केशव प्रसाद मौर्य ने बताया, प्रदेश में 826 विकासखंड हैं I प्रदेश के 100 विकासखंड है जो विकास की गति से पीछे छूट गए थे। उनको सरकार के मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया गया हैं I इसको लेकर 4 सितंबर को यूपी के सभी BDO के साथ सम्मेलन किया था।और अब स्मार्ट सिटी के साथ स्मार्ट विलेज के लिए पर हम लोग काम करेंगे।
विकास खंड में लगे चौपाल से ढाई लाख समस्याओं का निपटारा
उन्होंने बताया कि हर शुक्रवार को एक विकास खंड में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाता हैं। मैं अधिकारी को बधाई देता हूं जिन्होंने चौपाल को आगे बढ़ने का काम किया और ढाई लाख समस्याओं का निस्तारण करने का काम किया हैI हमने सभी से कहां है कि लगभग यूपी की 25 लाख समस्याओं को समाधान करने का काम करें।
यूपी को गुजरात की तरह डेवलप करने का लक्ष्य
बैठक में कहां है कि श्रम शक्ति का सदुपयोग करना चाहिए क्योंकि श्रम शक्ति हमारे पास बढ़ी हैंI इनको और भी अधिक बढ़ावा दिया जाए । इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की सभी 59000 ग्राम सभाओ में सोलर लाइट लगाने का निदेश दिया गया हैंI हमारा लक्ष्य यह की उत्तर प्रदेश को गुजरात की तरह हम डेवलप करेंगे।
प्रदेश की 75 नदियों को करें पुनर्जीवित
जिलों में मुख्य विकास अधिकारी 60 विभागों का मुखिया होता है I सीडीओ कार्यालय में दो व्यक्ति लगाए जाएंगे जो लोगों की समस्याओं लिखकर देने का काम करेंगे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की 75 नदियों को पुनर्जीवित करने का काम किया जा रहा हैं I जिस तरह से वरुण नदी विलुप्त होती जा रही है उसको पुनर्जीवित करने का काम भी किया जा रहा हैंI देश के पैरामीटर में 45 ऐसे काम है जिसमें उत्तर प्रदेश अव्वल नंबर पर हैं I इसके साथ ही जो माफिया सरकारी जमीन पर कब्जा किए बैठे हैं उन पर शक्ति से कार्रवाई की जाए। अगर किसी गरीब ने सरकारी जमीन पर कोई निर्माण कराया है तो सबसे पहले वैकल्पिक व्यवस्था कराकर उन्हें शिफ्ट किया जाए।