बारिश की वजह से आम लोगों की जहां परेशानी बढ़ गई वहीं सरकारी विभाग से लेकर कारोबारियों को काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। लोक निर्माण विभाग,नगर निगम , एलडीए की सड़क जहां खराब हो गई। वहीं लेसा में करीब 30 पोल और 30 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर के अलावा कई जगह तार टूटने की शिकायत आई है।
नगर निगम के पार्षद मुकेश सिंह चौहान का कहना है कि उनके वार्ड इस्माईलगंज प्रथम में ही करीब एक करोड़ रुपए से ज्यादा की सड़क खराब हो गई। बताया कि राजीव नगर, पटेल नगर समेत कई इलाको में सड़के उखड़ गई। इसके अलावा चिनहट प्रथम, चिनहट द्वितीय, बालागंज, जानकीपुरम, सरोजनी नगर, खरका समेत शहर के 110 वार्ड को मिलाकर करीब अकेले 7 करोड़ का नुकसान हुआ है।
लोक निर्माण विभाग को हुआ दो करोड़ का नुकसान
लोक निर्माण विभाग की भी कई सड़क खराब हो गई है। यहां तक की किसान पथ पर भी दो से तीन जगह पर सड़क खराब हुई है। इंदिरा नगर के पास पटरी टूट गई जबकि शहीद पथ के पास भी सड़क धंस गई है। इसके अलावा 1090 चौराहा, रायल होटल समेत कई जगहों सड़क खराब हो गई है। लोक निर्माण विभाग के एक एक्सईएन ने बताया कि करीब विभाग दो करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। कई जगह पर सड़क उखड़ गई है।
एलडीए की बनाई सड़क खराब हुई
एलडीए ने गोमती नगर विस्तार में अभी महीने दिन पहले सड़कें बनवाई थी। बारिश के बाद उसमें से ज्यादातर सड़कें खराब हो गई है। जानकारों का कहना है कि एलडीए का करीब 50 लाख रुपए तक का नुकसान इस बारिश की वजह से हुआ है।
खराब हो गए 30 ट्रांसफॉर्मर
बारिश की वजह से लेसा सिस और ट्रांस गोमती मिलाकर करीब 30 ट्रांसफॉर्मर और 40 पोल खराब हो गए है। विभाग का करीब इसकी वजह से दो करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें कई जगह पर आने वाले फॉल्ट, तार टूटना भी शामिल है। लेसा कर्मचारियों ने पूरे दिन में छोटे - बड़े करीब 500 से ज्यादा फॉल्ट सही किया था। बिजली कटौती को लेकर शहर में 5 हजार शिकायतें आई थी।
बाजार को हुआ 20 करोड़ से ज्यादा का नुकसान
बाजार में 20 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। लखनऊ में जीएसटी रजिस्टेशन वाली करीब एक लाख से ज्यादा दुकानें है। जानकारों के मुताबिक कम से कम 20 करोड़ रुपए का कारोबार बारिश की वजह से प्रभावित रहा है।
इसमें फूड और जनरल सेक्टर का कारोबार सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। बाकी सेक्टर में खरीददारी बात में भी संभव हो जाती है। बारिश के कारण फिल्म और क्लब में भी आम दिनों की तुलना में कम भीड़ रही है।