यूपी में लौटता मानसून जमकर बरस रहा है। आज भी 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ बिजली भी गिर सकती है। बारिश का यह सिलसिला अगले 5 दिनों यानी 17 सितंबर तक जारी रहेगा। मंगलवार को सीतापुर और गोंडा में स्कूल बंद रखे गए हैं। अयोध्या में कक्षा 8 तक के स्कूल बंद रखे गए हैं। निपुण असेसमेंट टेस्ट की परीक्षा भी स्थगित की गई है।
सोमवार की बात करें, तो देश के अंदर उत्तराखंड के बाद यूपी में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई, जोकि सामान्य से 398% ज्यादा है। आपदा विभाग ने बताया कि 24 घंटे में 12 जिलों में बारिश और बिजली गिरने से जुड़े हादसों में 19 लोगों की मौत हो गई।
राजधानी लखनऊ में लगातार 18 घंटे बारिश हुई। शहर के पॉश इलाकों में 2-3 फीट तक पानी भर गया। पानी ओवरफ्लो होने पर गोमती बैराज के 3 गेट भी खोलने पड़े। यहां 12 घंटे में 93.9 MM बारिश रिकॉर्ड की गई। लखनऊ, मुरादाबाद, हरदोई, कानपुर, बाराबंकी समेत 12 जिले ऐसे रहे, जहां 50 मिमी. से ज्यादा बारिश हुई।
पहले लखनऊ में बेपटरी हुई व्यवस्थाओं को समझिए...
लखनऊ में लगातार 18 घंटे बरसे पानी ने बिजली सप्लाई, ट्रेन सिग्नल, फ्लाइट और बसों के संचालन पर असर डाला। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा से दिल्ली और मुंबई रूट की 6 से ज्यादा फ्लाइट उड़ान देर से भर सकीं। बारिश के कारण दिलकुशा बाराबंकी रेलखंड पर सिग्नल सिस्टम फेल हो गया। यहां मैनुएली ट्रेनों का संचालन किया गया। ट्रेनें 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रेंगती नजर आईं। वंदे भारत एक्सप्रेस लेट हो गई।
बारिश ज्यादा होने से लखनऊ के चारबाग, आलमबाग, केसरबाग बस अड्डों से संचालित होने वाली 160 बसों को चलाया नहीं जा सका। क्योंकि उन्हें यात्री ही नहीं मिले। लखनऊ में पेड़ गिरने, केबल फाल्ट, हाईटेंशन लाइन टूटने और ट्रांसफॉर्मर खराब होने से आलमबाग, गोमतीनगर विस्तार, फैजुल्लागंज, दुबग्गा समेत शहर के कई इलाकों में 15 घंटे तक बिजली सप्लाई ठप रही। पूरे दिन में करीब 100 से ज्यादा इलाके के लोगों के यहां बिजली कटी।
सबसे ज्यादा परेशानी स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को हुई। करीब 5 हजार उपभोक्ताओं की बिजली मीटर बंद होने की वजह से चली गई। जबकि उतरेठिया, दाउद नगर समेत कई उपकेंद्रों में पानी भर गया। इससे बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ी। सुबह के वक्त बिजली न आने से पानी नहीं आया। पूरे दिन में कॉल सेंटर पर करीब 6 हजार से ज्यादा फोन आए।
मंत्री बोले-कंट्रोल रूम से निगरानी हो रही
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा, जानकीपुरम में पानी निकलने की थोड़ी दिक्कत थी। लोगों ने बताया कि रोड कट करके जल निकासी हो सकती है। 9 करोड़ रुपए की स्वीकृति वहीं मौके पर मैंने कर दी है। कंट्रोल रूम से 24 घंटे निगरानी हो रही है।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा,कुछ लोगों को परेशानी जरूर हुई है। लेकिन किसानों को इस बारिश से बहुत फायदा हुआ है। धान की फसल के लिए कई नहरों की टेल तक हम पानी नहीं पहुंचा पा रहे थे। अब वहां पानी है।
सबसे ज्यादा मुरादाबाद में हुई बारिश
सोमवार को यूपी के लगभग सभी जिलों में बारिश हुई। मुरादाबाद में सबसे अधिक 157 मिमी. बारिश दर्ज की गई। इसके बाद हरदोई, बहराइच, बिजनौर और लखनऊ में 95 मिमी. से बारिश दर्ज की गई।
बाराबंकी में 3, हरदोई में 4 की मौत
बारिश से जुड़े हादसों में सबसे ज्यादा हरदोई में 4 लोगों की जान गई। इसके बाद बाराबंकी में 3 की मौत हुई। इसके अलावा कानपुर, प्रतापगढ़ और कन्नौज में 2-2 और अमेठी, देवरिया, जालौन, संभल, रामपुर और मुजफ्फरनगर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
आज इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
जिन 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उनमें हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर नगर, कानपुर देहात, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ, इटावा, औरैया, कन्नौज शामिल हैं।
देश में सबसे ज्यादा बारिश यूपी में
IMD के बारिश के आंकड़ों के मुताबिक देश के अंदर उत्तराखंड के बाद यूपी में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। उत्तराखंड में जहां सोमवार को 436% (32.70 मिमी.) बारिश हुई। वहीं यूपी में 389% (31.80 मिमी.) बारिश हुई। इसके बाद केरला में 183% (21.80 मिमी.) तेलंगाना में 71% (9.80 मिमी.), मध्य प्रदेश में 33% (8.10 मिमी.), आंध्र प्रदेश में 59% (9.0 मिमी.) बारिश दर्ज की गई।
17 सितंबर तक जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
CSA यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. SN सुनील पांडेय के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में नया साइक्लोन यूपी में भारी बारिश का कारण बना हुआ है। इसके प्रभाव से अभी यूपी में 17 सितंबर तक जिलों में भारी बारिश होती रहेगी। बिजली गिरने की भी आशंका बनी हुई है।
सबसे आखिरी में देखिए सोमवार को कहां कितनी बारिश हुई....
जिला बारिश (मिमी.)
बहराइच 99.2
आगरा 21.4
लखनऊ 93.9
मुरादाबाद 157.4
वाराणसी 18.8
अलीगढ़ 18.0
बरेली 37.0
बिजनौर 97.0
इटावा 25.0
अयोध्या 30.8
हरदोई 123
झांसी 61.0
कन्नौज 74.0