रीढ़ की हड्डी संबंधी रोगों के खिलाफ कश्मीर में एक जागरूकता रैली आयोजित की गयी। कश्मीर में दिव्यांगों की ओर से आयोजित जागरूकता रैली में रीढ़ की हड्डी के रोग से होने वाली समस्याओं के बारे में लोगों को बताया गया। रैली के दौरान कई दिव्यांगों ने यह भी कहा कि हमारी समस्याओं की ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है जिससे परेशानी और बढ़ गयी है। हम आपको बता दें कि श्रीनगर में रीढ़ की हड्डी की चोट से प्रभावित दिव्यांगों ने व्हील चेयरों पर बैठकर हाथ में तख्तियां लेकर रैली निकाली।
रैली के आयोजक ने बताया कि रीढ़ की हड्डी की चोट बहुत गंभीर है क्योंकि यह ज्यादातर शरीर के निचले हिस्से को निष्क्रिय कर देती है और व्यक्ति स्वतंत्र रूप से चलने में असमर्थ हो जाता है। उन्होंने कहा कि हालांकि विभिन्न प्रकार के उपकरणों और व्हील चेयर का उपयोग करने के बाद पीड़ित व्यक्ति थोड़ा-बहुत काम कर पाता है। उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में पूरा शरीर लकवाग्रस्त हो जाता है जिसे क्वाड्रिप्लेजिया की स्थिति कहा जाता है। ऐसे में व्यक्ति पूरी तरह से दूसरों पर आश्रित हो जाता है और विभिन्न गतिविधियों को करने में असमर्थ हो जाता है। उन्होंने कहा कि पेड़ों से गिरने, बाइक स्टंट करने, तेज गति से कार चलाने, जोखिम भरी चोटियों पर सेल्फी लेने आदि के दौरान रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाती है। रैली के दौरान कुछ प्रतिभागियों ने प्रशासन से उनकी राहत निधि बढ़ाने और उन्हें सुविधाएं प्रदान करने का आग्रह किया। दिव्यांगों ने कहा, हम मासिक फंड और कुछ सुविधाओं में बढ़ोतरी चाहते हैं और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।