आज वाराणसी सहित उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में 21वीं सदी के बोर्डिंग स्कूल में क्लासेज शुरू हो रहीं हैं। यहां पर केवल मजदूरों के ही बच्चें पढ़ेंगे। आज वाराणसी में नव निर्मित अटल आवसीय स्कूल खुल गया है। बच्चे क्लास करने के लिए पहुंच गए हैं। यहां पर मजदूरों के 80 बच्चों को एडमिशन दिया गया है। इस स्कूल की ग्रैंड ओपनिंग 23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। कोविड के दौरान जिन श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई छूटी है, उनके बच्चे इस स्कूल में पढ़ेंगे और रहेंगे भी।
वाराणसी के करसड़ा में 66.54 करोड़ रुपए की लागत से 12.25 एकड़ में बने अटल आवसीय स्कूल में मजदूरों के 80 बच्चों को एडमिशन मिल चुका है। यहां पर हिंदी और इंग्लिश दोनों मीडियम में पढ़ाई होगी। हालांकि, बोर्ड CBSE रहेगा। क्लास 6 के बच्चों का एडमिशन लिया गया है।
इन 18 जिलों में होगी ओपनिंग वाराणसी, आजमगढ़, बस्ती, लखनऊ, अयोध्या, बुलंदशहर (मेरठ), गोंडा, गोरखपुर, ललितपुर (झांसी), प्रयागराज, सोनभद्र (मीरजापुर), मुजफ्फरनगर (सहारनपुर), बांदा, अलीगढ़, आगरा, कानपुर, बरेली और मुरादाबाद में आज अटल आवासीय स्कूल की कक्षाएं शुरू होंगी।
छात्र और छात्रा रेशियो बराबर
आज से अटल स्कूल में क्लासेज शुरू हो जाएंगी। वाराणसी में अटल आवासीय स्कूल के प्रिंसिप्रल अमरनाथ राय ने कहा कि एडमिशन लेने वालों में 40 छात्र और 40 छात्राएं हैं। आज से यहां पर एकेडमिक सेशन की शुरुआत हो रही है। सभी शिक्षक अनुभवी होंगे। छात्र -छात्राओं के रहने के लिए अलग-अलग हॉस्टल बने हुए हैं। स्कूल में सिलेबस CBSE बोर्ड पर आधारित होगा। अटल आवासीय स्कूल में क्लास रूम स्मार्ट हैं। CCTV, सोलर पैनल, RO का स्वच्छ पेयजल, स्पोर्ट्स एक्टिविटिज, यूनिफार्म, स्टडी बुक्स और नोट बुक साथ में खाना भी नि:शुल्क है। अनुभवी शिक्षकों की टीम टीचिंग के साथ ही विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण का भी ध्यान रखेगी।
छात्रों, छात्राओं, टीचर्स के आवास अलग
डिप्टी लेबर कमिश्नर वंदना ने बताया कि वाराणसी जोन के श्रमिकों में अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का अच्छा रुझान दिख रहा है। वाराणसी, चंदौली, गाज़ीपुर और जौनपुर के बच्चों का प्रवेश परीक्षा के आधार पर यहां पर एडमिशन हुए हैं। अटल आवासीय स्कूल में छात्रों, छात्राओं, टीचर्स और बाकी के स्टाफ के रहने के लिए अलग-अलग हॉस्टल और आवास बनाए गए हैं। अटल आवासीय स्कूल में आगे चलकर 12th तक बच्चे निःशुल्क आवासीय शिक्षा ग्रहण करेंगे।