वाराणसी में सोमवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद्र जुगनाथ दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। सोमवार को जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद वाराणसी पहुंचे। वे करीब सुबह 11 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे। उनका काफिला एयरपोर्ट से सीधे होटल ताज पहुंचा। पुलिस और प्रशासन की तैयारियां चाक चौबंद हैं ।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद्र जुगनाथ नई दिल्ली में जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे। वहां से सोमवार को बनारस आकर काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन करेंगे और गंगा आरती देखेंगे। परिवार के साथ वो गंगा में अपने ससुर की अस्थियां विसर्जित करेंगे। पीएम बनारस के विकास की रूपरेखा जानेंगे और पिछले दिनों हुए परिवर्तन को भी करीब से देखेंगे।
मॉरीशस के केंद्रीय मंत्री एलन गन्नू के साथ व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल पीएम से मुलाकात करेगा। इसमें काशी के हस्तशिल्प, गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी खिलौना, रेशमी वस्त्र आदि की प्रदर्शनी के लिए सेंटर उपलब्ध करवाने पर चर्चा होगी। दर्शन पूजन के बाद मंगलवार सुबह बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इस दौरान मॉरीशस के पीएम प्रविंद जुगनाथ का नदसेर स्थित होटल में भव्य स्वागत होगा। इसके अलावा एयरपोर्ट पर एक विशेष टीम सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देगी। वहीं एयरपोर्ट से लेकर होटल तक जगह-जगह लोग उनका स्वागत करेंगे। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी तैयारी है।
अप्रैल 2022 में वाराणसी आए थे प्रविंद्र जुगनाथ
पुलिस और प्रशासनिक अमला उनके आगमन की तैयारियों में तैनात है और पिछले वर्ष में अप्रैल 2022 में वाराणसी आए थे। उससे पहले मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ जनवरी 2019 में वाराणसी आए थे। तब उन्होंने 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लिया था। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के अलावा भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ का भ्रमण भी किया था। मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जुगनाथ का पूर्वांचल के बलिया से गहरा नाता है। उनके पूर्वज बलिया के ही रहने वाले हैं।
मॉरीशस के पीएम की सुरक्षा में तैनात फोर्स
मॉरिशस के पीएम को एयरपोर्ट पर अपर पुलिस कमिश्नर ने रिसीव किया और होटल तक लेकर पहुंचे। इसके बाद सुरक्षा में कमिश्नरेट की पुलिस फोर्स के अलावा बाहर से आए 10 आईपीएस, पांच एडिशनल एसपी, आठ डिप्टी एसपी, पांच इंस्पेक्टर, 40 महिला-पुरुष सब इंस्पेक्टर, 200 आरक्षी-मुख्य आरक्षी और तीन कंपनी पीएसी के जवान तैनात रहेंगे। दशाश्वमेध घाट से मणिकर्णिका घाट तक बजड़े से उनके आने-जाने के दौरान गंगा में जल पुलिस, 11 एनडीआरफ और पीएसी बाढ़ राहत दल के जवान तैनात रहेंगे।