उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम का दिव्य और भव्य मंदिर बन कर तैयार होने की राह पर है. देश और दुनिया में अयोध्या निरंतर विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो रहा है. समय बदला, वक्त बदला अब भगवान रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. रामलला के विराजमान होने को लेकर मकर संक्रांति 2024 से 25 जनवरी 2024 तक का मुहूर्त सबसे शुभ माना जा रहा है. धार्मिक अनुष्ठान के साथ भगवान रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के लिए देश के प्रकांड विद्वानों ने तीन तिथियां निकाली है. लेकिन सूत्रों की मानें तो इसके लिए 22 जनवरी, 2024 सबसे अच्छी तिथि है.
22 जनवरी को पुष्प नक्षत्र के साथ अभिजीत मुहूर्त भी मिल रहा है जिसको लेकर अब राम मंदिर ट्रस्ट तैयारियों में जुट गया है. राम मंदिर ट्रस्ट प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है. राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि 22 जनवरी, 2024 को मुहूर्त बहुत अच्छा है. अभिजीत मुहूर्त मिल रहा है. इसीलिए प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया है कि इस दिन समय मिल जाए तो बेहतर है.
रामलला के विराजमान होने की तिथि
प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो गया है. जिसमें भवन निर्माण समिति की बैठक, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की केंद्रीय टोली की बैठक और प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समिति की बैठक लगातार चल रही है. भगवान रामलला के मंदिर में विराजमान होने की तिथि को लेकर वीएचपी की केंद्रीय टोली की बैठक में चर्चा हुई. जिसमें संभावना व्यक्त की गई कि 22 जनवरी, 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे आयोजन में मुख्य यजमान की भूमिका में रहेंगे. हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से अभी पुष्टि होनी बाकी है. आधिकारिक घोषणा के बाद पूरे देश को राम मय करने की तैयारी की जा रही है. जिसमें विश्व हिंदू परिषद के साथ राम मंदिर ट्रस्ट और आरएसएस भी अपनी भूमिका निभाएंगे. इतना ही नहीं, पूरे देश के लगभग पांच लाख मंदिरों में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का उत्सव दिखेगा. पूरी अयोध्या त्रेता युग की अयोध्या जैसी नजर आएगी.