श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया गया। खास बात यह रही कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों ने भी जन्माष्टमी पर शोभा यात्रा निकाली। श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शोभा यात्रा हब्बा कदल क्षेत्र के गणपतियार मंदिर से शुरू हुई और क्रालखुद और बरबरशाह से होते हुए ऐतिहासिक लाल चौक के घंटाघर तक पहुंची। इसके बाद शोभा यात्रा ने अमीराकदल पुल को पार किया और जहांगीर चौक से होते हुए मंदिर लौट आई। महिलाओं, पुरुषों और बच्चों सहित भक्तों ने रथ के साथ नृत्य किया। इस दौरान कश्मीरी पंडितों ने कहा कि यह अच्छी बात है कि पिछले कुछ सालों से घाटी में शोभा यात्रा निकाली जा रही है। खास बात यह रही कि श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर भी भक्तों की टोलियां नाचते गाते हुए निकलीं।
दूसरी ओर, शोभा यात्रा में शामिल एक स्थानीय मुस्लिम गुलाम रसूल ने कहा, ‘‘एक समय था जब हम एक साथ त्योहार मनाते थे। मुस्लिम भी इन त्योहारों में भाग लेते थे। 1989 के बाद ये त्योहार नहीं मनाए गए। लेकिन अब यहां स्थिति शांतिपूर्ण है और हम चाहते हैं कि स्थिति ऐसी ही बनी रहे।’’