New Delhi: तीन दिनों में PM Modi की 15 से अधिक द्विपक्षीय बैठकें, आज शाम को Biden से होगी अहम मुद्दों पर वार्ता

New Delhi: तीन दिनों में PM Modi की 15 से अधिक द्विपक्षीय बैठकें, आज शाम को Biden से होगी अहम मुद्दों पर वार्ता

जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पूरी तरह सज-धज के तैयार है। दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में से एक जी-20 में भाग लेने के लिए मेहमानों का आगमन शुरू हो चुका है। इटली की प्रधानमंत्री दिल्ली पहुँच चुकी हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन आज शाम दिल्ली पहुँचेंगे जबकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी दोपहर तक दिल्ली पहुँच जायेंगे। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 15 देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों के कार्यक्रम की जानकारी मिली है जिससे प्रतीत हो रहा है कि देश ने इस अवसर का भारत के लिए भरपूर उपयोग करने की रूपरेखा बनाई है। दूसरी ओर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद कर दी गयी है और कई तरह के प्रतिबंध आज से लागू हो गये हैं।

जहां तक अमेरिकी राष्ट्रपति की बात है तो आपको बता दें कि जो बाइडन बृहस्पतिवार को भारत के लिए रवाना हुए जहां वह नयी दिल्ली में होने जा रहे ऐतिहासिक जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडन जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की अपनी यात्रा के दौरान रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रथम महिला जिल बाइडन (72) सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित पायी गयीं। इसके बाद सोमवार तथा मंगलवार को राष्ट्रपति बाइडन (80) की कोरोना वायरस के लिए जांच की गयी लेकिन वह संक्रमित नहीं पाए गए। भारत रवाना होने से एक घंटे से भी कम समय पहले व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाए गए हैं।’’ हम आपको बता दें कि अमेरिका की प्रथम महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अपने डेलवेयर हाउस में पृथक वास कर रही हैं और राष्ट्रपति के साथ भारत तथा वियतनाम की यात्रा पर नहीं जा रहीं। उनके कार्यालय ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘प्रथम महिला में आज कोविड का संक्रमण नहीं पाया गया।’’

राष्ट्रपति के एयर फोर्स वन विमान में उनके साथ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवान, डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ जेन ओ’मैली डिल्लोन, ओवल ऑफिस ऑपरेशंस की निदेशक एनी टॉमासिनी, प्रेस सचिव कैरीन ज्यां-पियरे और सामरिक संचार के लिए एनएससी समन्वयन जॉन किर्बी भी यात्रा कर रहे हैं। इसके अलावा उनके साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी जा रहा है। व्हाइट हाउस के अनुसार, बाइडन शुक्रवार शाम को नयी दिल्ली पहुंचेंगे और इससे पहले उनका विमान ईंधन भरवाने के लिए जर्मनी के रैमस्टीन में रुकेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता को लेकर उत्सुक हैं। इस दौरान वह जलवायु परिवर्तन और विश्व बैंक तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों में सुधार पर चर्चा कर सकते हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में भारत की पहली यात्रा पर बाइडन जी20 सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का स्वागत करेंगे। यह भारत की पहल है जिसका दुनियाभर के नेताओं ने समर्थन किया है। उनकी आज शाम को ही प्रधानमंत्री मोदी से द्विपक्षीय बैठक की संभावना है। बैठक में दोनों नेता प्रधानमंत्री मोदी की जून में वाशिंगटन की आधिकारिक यात्रा के दौरान लिए गए फैसलों पर प्रगति की समीक्षा कर सकते हैं। बैठक के दौरान जिन प्रमुख मुद्दों पर बातचीत हो सकती है उसमें यूक्रेन, अहम एवं उभरती प्रौद्योगिकियां और कुछ रक्षा सौदे शामिल हैं। शनिवार को राष्ट्रपति बाइडन प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक आधिकारिक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद वह जी20 नेताओं के साथ कई बैठकों में हिस्सा लेंगे। व्हाइट हाउस ने बताया कि वियतनाम में हनोई के लिए रवाना होने से पहले बाइडन जी20 नेताओं के साथ राजघाट स्मारक भी जाएंगे।

राष्ट्रपति बाइडन के अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा उन जी20 नेताओं में से हैं जो शिखर सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पहले ही पुष्टि कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी 10 सितंबर को ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को जी20 अध्यक्ष पद की कमान सौंपेंगे। ब्राजील एक दिसंबर को औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। हम आपको बता दें कि जी20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।

मोदी तीन दिनों में 15 से अधिक द्विपक्षीय बैठकें करेंगे

इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार से रविवार के बीच जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आ रहे विश्व के विभिन्न नेताओं के साथ 15 से अधिक द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास पर अमेरिकी राष्ट्रपति और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वह मॉरीशस के नेता के साथ भी बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री शनिवार को जी-20 कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा ब्रिटेन, जापान, जर्मनी और इटली के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। सूत्रों ने बताया कि मोदी रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन पर बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री अपने कनाडाई समकक्ष के साथ भी बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि वह कोमोरोस, तुर्किए, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, यूरोपीय संघ, ब्राजील और नाइजीरिया के नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।

कड़े सुरक्षा घेरे में दिल्ली

इस बीच, जी20 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय राजधानी खासकर नयी दिल्ली जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पुलिस, अर्द्धसैनिक बल तथा अन्य एजेंसियां शहर में कड़ी निगरानी रख रही हैं। प्रगति मैदान में नौ से 10 सितंबर तक होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से पहले दिल्ली पुलिस ने अहम स्थानों पर सशस्त्र बलों को तैनात किया है, सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस को 50,000 से अधिक सुरक्षा कर्मी, के9 श्वान दस्ता और घुड़सवार पुलिस सहायता प्रदान कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हवाई अड्डे से होटलों तक और होटलों से जी20 शिखर सम्मेलन स्थलों तक विदेशी प्रतिनिधियों को प्रतिष्ठित शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा अचूक सुरक्षा प्रदान की जाएगी।’’ व्यवस्थाओं को और चाक-चौबंद करने के लिए दिल्ली पुलिस को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और कुछ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) जैसी विशेष केंद्रीय एजेंसियां भी सहायता दे रही है। अधिकारियों के अनुसार, शिखर सम्मेलन के दौरान मध्य प्रदेश के करेरा में अपने प्रशिक्षण केंद्र में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा आयोजित चार सप्ताह के विशेष प्रशिक्षण सत्र को पूरा करने वाली उन्नीस महिला निशानेबाजों को भी तैनात किया जाएगा। राइफल स्कोप से लैस इन निशानेबाजों को जी20 शिखर सम्मेलन स्थल और होटलों सहित शहर के अहम स्थानों पर तैनात किया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च, गश्त बढ़ा दी गई है और पिकेट जांच की जा रही है।

अधिकारियों ने कहा, ‘‘इलाके में पिकेट जांच बढ़ा दी गई है और स्थानीय लोगों को विश्वास दिलाने के लिए उनके साथ संचार स्थापित किया जा रहा है। यमुना खादर के पास के इलाकों की नियमित जांच की जा रही है। घुड़सवार मोर्चों को भी सेवा में लगाया गया है।’ एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सीमावर्ती क्षेत्रों में जांच तेज कर दी गई है। सीमाओं पर अतिरिक्त पिकेट लगाए जा रहे हैं। निगरानी के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है। आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन), एमडब्ल्यूए (मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन) और अमन समिति के सदस्यों के साथ नियमित संचार किया जा रहा है।’’ किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने गश्त तेज कर दी है और अहम प्रतिष्ठानों पर अतिरिक्त पिकेट तैनात कर दिए गए हैं, साथ ही नागरिकों से कहा गया है कि अगर वे कोई संदिग्ध गतिविधि देखते हैं तो पुलिस को सूचित करें।

पुलिस ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहलू हैं। उन्होंने कहा कि कई अन्य देशों में जहां पिछले शिखर सम्मेलन आयोजित किए गए थे, अंतरराष्ट्रीय समूहों और स्थानीय संगठनों के विरोध के कारण कानून- व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई थी। विशाल-कार्यक्रम की तैयारियों के तहत पुलिस ने पिछले जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य देशों में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय समूहों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों का व्यापक मूल्यांकन किया है। वे शिखर सम्मेलन के दौरान अवांछित और गैरनिर्धारित आंदोलनों से निपटने के लिए चेन और बोल्ट कटर का उपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच वास्तविक समय का समन्वय स्थापित किया गया है।

एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जब भी हमें किसी भी तरह की जानकारी या आकलन मिलता है तो हम उसके अनुसार चीजों की व्यवस्था करते हैं। दिल्ली पुलिस पर सुरक्षा, रक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है और हम इसे एक चुनौती के रूप में ले रहे हैं।’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे पास दिल्ली पुलिस की विभिन्न शाखाएं हैं जिन्हें शिखर सम्मेलन क्षेत्र के लिए लक्षित भूमिकाएं सौंपी गई हैं। इसके अलावा हमारे पास दिल्ली के अन्य हिस्सों में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने की जिम्मेदारी है।’’ अधिकारियों ने कहा कि शिखर सम्मेलन के लिए जिलों और अन्य इकाइयों के कर्मियों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली ‘‘हाई अलर्ट’’ पर रहेगी।

पुलिस ने कहा कि जहां तक आयोजन स्थल की सुरक्षा व्यवस्था का सवाल है विशेष पुलिस आयुक्त रैंक के अधिकारी कमांडर के रूप में काम करेंगे और पुलिस उपायुक्त रैंक के अधिकारी जोनल कमांडर के रूप में काम करेंगे। उनकी सहायता संयुक्त आयुक्त-रैंक के अधिकारी और अतिरिक्त डीसीपी करेंगे। डीसीपी-रैंक के अधिकारी उन होटलों के कैंप कमांडर के रूप में काम करेंगे जहां प्रतिनिधि ठहरेंगे। उन्होंने कहा कि विशेष पुलिस आयुक्त रैंक के अधिकारियों के अधीन होटलों के समूह होंगे। अधिकारियों ने कहा कि ऐसी व्यवस्था की गई है कि शिखर सम्मेलन के दौरान कोई घुसपैठ, आतंकवादी गतिविधि या तोड़फोड़ न हो। एक अन्य अधिकारी ने कहा, विशेष उपायों के लिए भारतीय सशस्त्र बल भी हमारी सहायता कर रहे हैं। कर्मचारियों को भूमिका-आधारित सूक्ष्म-कार्यात्मक प्रशिक्षण प्रदान किया गया है और उन्हें उनके कर्तव्यों के बारे में जागरुक किया गया है।

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