वाराणसी में गोवा CM प्रमोद सावंत बोले- सनातन धर्म को मिटाना चाहते हैं स्टालिन, I.N.D.I.A गठबंधन की मीटिंग के बाद वेल प्लान्ड स्टेटमेंट दिया

वाराणसी में गोवा CM प्रमोद सावंत बोले- सनातन धर्म को मिटाना चाहते हैं स्टालिन, I.N.D.I.A गठबंधन की मीटिंग के बाद वेल प्लान्ड स्टेटमेंट दिया

वाराणसी पहुंचे गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान को आपत्तिजनक बताया। उन्होंने कहा, स्टालिन तमिलनाडु के चीफ मिनिस्टर के बेटे हैं, उन्होंने I.N.D.I.A गठबंधन की मुंबई की मीटिंग के बाद वेल प्लान्ड स्टेटमेंट दिया है। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म की बात कही है। लेकिन, ये लोग हर समय सनातन हिंदू धर्म पर बयान देकर सनातन हिंदू धर्म को मिटाना चाहते हैं।

CM ने किया बाबा विश्वनाथ का किया दर्शन

CM प्रमोद सावंत सोमवार को वाराणसी में हैं। उन्होंने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन भी किया। मंदिर के गर्भगृह में ज्योर्तिलिंग का जलाभिषेक किया। वहां पर पुजारियों से आशीर्वाद और बाबा विश्वनाथ का प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा, ऐसे लोगों को हमेशा के लिए निषेध कर देना चाहिए। इनकी नीति और कृति ही हिंदू धर्म को नाश करने की रही है।

डेंगू-मलेरिया की तरह करो समाप्त

CM सावंत ने कहा, स्टालिन को लगता है कि इस तरह से हिंदू धर्म पर बात करने के बाद अल्पसंख्यकों का भर-भर का वोट मिलेगा। ऐसे बयान नहीं देने चाहिए और कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि स्टालिन ने कहा था, सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। डेंगू और मलेरिया की तरह से सनातन धर्म का भी उन्मूलन कर देना चाहिए।

स्टालिन को देश में रहने का अधिकार नहीं

स्टालिन के बयान को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी हमलावर दिखे। जेपी नड्डा ने कहा कि उदयनिधि ने ये बातें तब कही, जब 3 दिन पहले मुंबई में बैठकर ये गलबहियां करते हुए रणनीति तैयार हुई है। क्या यहीं चुनाव की रणनीति है क्या।

मैं पूछना चाहता हूं कि राहुल गांधी आपने जो मोहब्बत की दुकान चलाई। उसमें हिंदू धर्म में फैलाने वाले नफरत का सामान कैसे बिक रहा है। मैं इंडी अलायंस यानी कि I.N.D.I.A दल से पूछना चाहता हूं कि भारत के गौरवशाली इतिहास से आपका कोई लगाव नहीं है। ऐसे घमंडिया स्टालिन को देश में रहने देने का अधिकार है क्या, जो सनातन को मिटाने की बात कर रहा है। क्या हिंदू धर्म पर इस तरह का आघात लगने देंगे क्या।

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