नयी दिल्ली: दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम स्थित कई ऑफिस आने वाली वीकेंड पर बंद होंगे। वहीं कई ऑफिस ऐसे हैं जिन्होंने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा प्रदान करने का फैसला किया है। दिल्ली में नौ से 10 सितंबर तक होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन को लेकर कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देने का फैसला किया है।
भारत में इस वर्ष दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है जिसे लेकर दिल्ली में हर तरफ जोर शोर से तैयारियां की जा रही है। इस वर्ष भारत जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। जी20 शिखर सम्मेलन में कुल 29 देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे। उनके अलावा यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारी, आमंत्रित अतिथि देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अध्यक्ष भी इस शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इस शिखर सम्मेलन के कारण दिल्ली में सभी प्राइवेट और सरकारी ऑफिसों को आठ से 10 सितंबर तक बंद किए जाने का ऐलान पहले ही हो चुका है।
वहीं दिल्ली सरकार ने ये फैसला भी किया है कि नई दिल्ली जिले के बैंक और बाजार समेत कारोबारी संस्थानों को जी20 शिखर सम्मेलन के तीन दिनों के दौरान बंद रखा जाएगा ताकि सुरक्षा व्यवस्था में कोई परेशानी ना हो। वहीं कंपनियों ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान ऑफिस बंद रहने की सूरत में कई अहम फैसले किए है। कंपनियों ने इस दौरान कई जरुरी कदम उठाए है।
नोएडा की एनआईआईटी लिमिटेड की एचआर प्रमुख मीता ब्रह्मा ने कहा, आठ से 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली सरकार के यातायात परामर्श के मद्देनजर हम समझ सकते हैं कि दिल्ली के हमारे कर्मचारियों को अपनी रोजाना की यात्रा के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, इस पर विचार करते हुए हमने पहले ही इस अवधि के दौरान घर से काम करने की सुविधा की घोषणा कर दी है।
ब्रह्मा ने कहा, इस सम्मेलन के दौरान सरकार के परामर्श को ध्यान में रखते हुए हमने दिल्ली में अपने कर्मचारियों के लिए और दिल्ली से हमारे मुख्यालय गुरुग्राम जाने वाले लोगों के लिए घर से काम करने की सुविधा प्रदान करने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। लॉ फर्म इंडसलॉ के संस्थापक साझेदार गौरव दानी ने कहा ‘‘ जहां तक दिल्ली कार्यालय का सवाल है हमने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है क्योंकि पूरी दिल्ली उस दौरान एक नियंत्रित क्षेत्र होगी।’’ गुरुग्राम स्थित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म शिपरॉकेट्स की एचआर प्रमुख सौम्या खाती ने कहा कि सम्मेलन निर्बाध और सुचारू रूप से हो, यह सुनिश्चित करने के लिए कंपनी सरकार के प्रयासों का पूरा समर्थन करते हुए तमाम दिशानिर्देशों का पालन करेगी।
सम्मेलन के लिए भारत आएंगे मेहमान
बता दें कि शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को है। मेहमान शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले भारत आना शुरू कर देंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जैसे एक या दो राष्ट्राध्यक्षों को छोड़कर, जो अपना वाहन लाएंगे, अन्य सभी अतिथि भारत सरकार द्वारा प्रदान की गई बुलेटप्रूफ लक्जरी कारों में चलेंगे। सम्मेलन में वीवीआईपी की आवाजाही के लिए सीआरपीएफ के कम से कम 400 जवानों को तैनात किया जाएगा।