जब से बीजेपी सरकार बनी तब से जनप्रतिनिधियों और अफसरों के बीच तनातनी के मामले सामने आना आम हो चुका है । आये दिन विधायकों , सांसदों द्वारा अधिकारियों पर अभद्रता , उदासीनता , अनदेखी करने टाइप के आरोप लगाए जाते रहते हैं । फला विधायक , सांसद और यहां तक कि मंत्री भी फलाने अफसर के खिलाफ धरने पर बैठे ऐसी खबरें भी अब आम हो चुकी हैं ।
ताजा मामला उत्तरप्रदेश के हरदोई जिले की संडीला विधानसभा से सामने आया है जहां बीजेपी विधायक अलका सिंह अर्कवंशी ने डीएम को पत्र लिखकर एसडीएम संडीला तान्या सिंह पर कई आरोप लगाए हैं और एसडीएम के तबादले की मांग की है । बीजेपी विधायक ने लिखा है कि उन्हें कार्यकर्ताओं से शिकायत मिली है कि एसडीएम ना फोन उठाती हैं , बात के बीच मे ही फोन काट देती हैं और अभद्रता भी करती हैं ।
क्या कुछ लिखा बीजेपी विधायक ने आइये पढ़ते हैं
ग्राम पंचायत नरामदनापुर मजरा फतेहपुर में 100 / 150 सालों से दिवाली पर्व पर अलाय बलाय जलाई जाती है। होली पर होलिका दहन होता है और सावन में गुड़िया पर्व भी यहीं मनाया जाता है। राजनीतिक विरोधवश हिंदू समाज में भय तथा नफरत फैलाने के उद्देश्य से इस स्थल के बीचो-बीच एक सोलर लाइट लगा दी गई है जो ग्रामवासियों में पिछले 3/4 महीनों से भयंकर विवाद का कारण है।
अंतरौली थाना पुलिस ने भी SP को अपनी आख्या में इस साइट का विवादित स्थल पर होना तथा अराजकता के उद्देश्य से लगाना बताया है। ग्रामवासियों के बीच इस मुद्दे को लेकर भयकर रोष बढ़ता जा रहा है जो निकट भविष्य में किसी भी विषम परिस्थिति में बदल सकता है।
वर्तमान संडीला उप जिलाधिकारी तान्या जी इस मुद्दे को सुलझाने के बजाय अराजकता फैलाने वाली के पक्ष में खड़ी दिखाई दे रही हैं इससे पूर्व भी उपजिलाअधिकारी, संडीला नगर में वर्षों से स्थापित मंदिर पर बनवाई जा रही छत को बिना किसी कारणवश रुकवा चुकी है मौके पे जाकर SDM द्वारा देखने के बाद भी बिना किसी कारण के मंदिर निर्माण रुकवाए जाने पर नगर की जनता में रोष था, पार्टी कार्यकर्ता द्वारा पक्ष रखे जाने पर उसके साथ अभद्रता भी की गई।
इससे पूर्व मे भी कई प्रकरण मेरे संज्ञान आए है। फोन ना उठाना , बात होने पे फोन बीच में काट देना , बात करते समय बेहद अभद्रता पूर्वक बात करना बहुत सामान्य बात हो गई है, इन गंभीर मुद्दों को लेकर जनता तथा पार्टी पदाधिकारी में रोष है।
अतः जनहित में इस तरह के गंभीर विवादों को सुलझाने के लिए एक नए उप जिलाधिकारी की नियुक्ति करें तथा वर्तमान उप जिलाधिकारी तान्या जी, जो की विरोधी पार्टी की मानसिकता से ग्रसित होकर कार्य कर रही है उनको त्वरित रूप से मेरी विधानसभा संडीला से बाहर स्थानांतरित किया जाए।
जनप्रतिनिधियों और अफसरों के बीच सामंजस्य ना बैठ पाना इस भरे चुनाव के मौसम में ना केवल सरकार के लिए हानिकारक है वहीं पब्लिक और कार्यकर्ताओं को भी इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है , ऐसे में आला अफसर और सरकार का शीर्ष नेतृत्व क्या कुछ हल निकालेगा ये दिलचस्प बात होगी ।
अभिनव द्विवेदी