New Delhi: G20 Summit से पहले दिल्ली में लगे ‘शिवलिंग’ जैसे फव्वारों पर बवाल

New Delhi: G20 Summit से पहले दिल्ली में लगे ‘शिवलिंग’ जैसे फव्वारों पर बवाल

नयी दिल्ली: दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही है। दिल्ली की साजो-सज्जा पूरी तरह से की जा चुकी है। सभी विभाग लगातार जी20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां में जुटे हुए है। इसी बीच दिल्ली में नया बवाल शुरू हो गया है। दिल्ली में इस दौरान शिवलिंग के आकार वाले फव्वारे लगाए गए है।

इन फव्वारों को लगाए जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने इन फव्वारों को लेकर बवाल शुरू कर दिया है। दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना और भाजपा पर आप ने आरोप लगाया कि उन्होंने भगवान का अपमान किया है।

वीके सक्सेना का आया जवाब

इस संबंध में दिल्ली के उपराज्यवाल वीके सक्सेना का भी बयान सामने आ गया है। दिल्ली में लगाए गए फव्वारों को लेकर उन्होने कहा कि ये एक तरह की कलाकृति है और ये शिवलिंग नहीं है। दिल्ली में नौ से 10 सितंबर तक होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए ही कई तैयारियां हो रही है। इन तैयारियों में ही दिल्ली को भी नया स्वरूप दिया गया है।

इस इलाके में लगे हैं फव्वारे

अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली के कई हिस्सों की सुंदरता बढ़ाने के लिए कई बदलाव किए गए है। इसी कड़ी में पालम हवाई अड्डे के पास स्थित हनुमान मंदिर इलाके में ही शिवलिंग के आकार के फव्वारे लगाए गए है। इन फव्वारों को लगाए जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने इन्हें लेकर आपत्ति जताई है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व प्रवक्ता संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि भाजपा को देश से इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। वहीं उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की है। संजय सिंह ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘मोदी जी के नेतृत्व में शिवलिंग का अपमान किया गया और भाजपा के नेता मोदी की तारीफ कर रहे हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल शिवलिंग का अनादर करके वाहवाही लूट रहे हैं। भाजपा को देश से माफी मांगनी चाहिये और उपराज्यपाल पर कार्रवाई करनी चाहिए।’’ 

‘आप’ के विधायक दुर्गेश पाठक ने संवाददाता सम्मेलन में भाजपा पर शिवलिंग को फव्वारे में बदलकर करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘एनडीएमसी क्षेत्र केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है और एनडीएमसी क्षेत्र में चौराहों पर शिवलिंग के आकार के फव्वारे लगाए गए हैं। मानो यह अपमान पर्याप्त नहीं था, इन फव्वारों को लगाने के लिए भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री को बधाई दी जा रही है। इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार, शिवलिंग पर शुद्ध जल डाला जाता है। इसके विपरीत, गंदा पानी शिवलिंग पर गिर रहा है क्योंकि इसे फव्वारे में तब्दील कर दिया गया है।’’ ‘आप’ नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा केवल भगवान के नाम पर वोट मांगकर लोगों को बेवकूफ बनाना जानती है, लेकिन भगवान की पूजा करना नहीं जानती। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि एजेंसी का इन फव्वारों से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही दावा किया कि इन्हें दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा लगाया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘आप सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए कि उसकी एजेंसी, पीडब्ल्यूडी द्वारा शिवलिंग के आकार के फव्वारे क्यों लगाए गए। वे इसके लिए 100 प्रतिशत जिम्मेदार हैं। ‘आप’ को इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’’ राजभवन के अधिकारियों ने भी कहा कि फव्वारे ‘‘दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग द्वारा खरीदे और लगाए गए हैं।

संतों ने भी जताया विरोध

इस मामले पर हिंदू संगठनों ने भी विरोध दर्ज किया है। कई संगठन इस मामले पर केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी में है। ज्ञानवापी मामले के हिन्दू पक्षकार विश्व वैदिक सनातन संघ ने इस तरह के फव्वारों पर आपत्ति जताई है। कई संतों ने इसे लेकर अपना ऐतराज जताया है। 

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