Prayagraj: दरोगा के बेटे की हत्या करने वाले आरोपी का कबूलनामा, 5 हजार में मोबाइल बेचा था, पैसे मांगने पर गाली-गलौज करता था, गुस्से में मारी थी गोली

Prayagraj: दरोगा के बेटे की हत्या करने वाले आरोपी का कबूलनामा, 5 हजार में मोबाइल बेचा था, पैसे मांगने पर गाली-गलौज करता था, गुस्से में मारी थी गोली

प्रयागराज में दरोगा के बेटे की 5 हजार रुपए के लेन-देन में हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने आरोपी को गुरुवार देर रात थरवई इलाके से गिरफ्तार कर थाने ले आई। जहां पूछताछ शुरू की। पुलिस को आरोपी रोहित ने बताया कि पंकज को 5 हजार रुपए में पुराना मोबाइल बेचा था। मोबाइल में कुछ दिक्कत आ रही थी लिहाजा उसने मोबाइल वापस दे दिया और अपने रुपए मांगने लगा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कई बार कहा-सुनी हुई थी।

हालांकि धीरे-धीरे करके पंकज को 3500 रुपए दे दिए थे। केवल 1500 रुपए ही बाकी रह गए थे। बुधवार को पंकज को फोन कर बुलाया, कहा कि आओ तुम्हारा रुपया दे देते हैं। जैसे ही उसकी क्लिनिक में गया। उसने गाली-गलौज करने लगा। इसके बाद गुस्से में आकर दरवाजा बंद कर गोली मार दी।।

फिलहाल पुलिस ने क्लिनिक से उसका मोबाइल बरामद कर लिया है। मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस यह भी देख रही है कि कहीं हत्या की कोई और वजह तो नहीं है।

अब आपको पूरा घटनाक्रम पढ़वाते है...

मृतक पंकज यादव (27) हसनपुर कोरारी सराय चंडी थाना थरवई का रहने वाला था। प्रयागराज के तेलियरगंज में उनका मकान है। पंकज यादव 40 नंबर गुमटी थरवई में मकान बनवा रहा था। निर्माणाधीन मकान के पास ही जन कल्याण चिकित्सालय है। पैसे के लेनदेन को लेकर पंकज और रोहित के बीच दो दिन पहले भी कहासुनी, गाली-गलौज व मारपीट हुई थी। गुरुवार की दोपहर पंकज यादव रोहित यादव की क्लीनिक में गया और अपने पैसे मांगे। इसी बात पर दोनों के बीच विवाद बढ़ता चला गया और रोहित ने पंकज को गोली मार दी। गोली चलने की आवाज सुनकर लोग क्लीनिक की ओर भागे पर रोहित बाइक लेकर मौके से फरार हो गया था।

पुलिस की पूछताछ में पता चला आरोपी की जालसाजी

पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी रोहित यादव अपने को MBBS डॉक्टर बताता था। यही नहीं वह अपना नाम अलग अलग बताता था। किसी से रोहित शर्मा नाम बताया तो किसी से रोहित विश्वकर्मा। जांच में यह भी पता चला है कि उसके खिलाफ जालसाजी के प्रतापगढ़ थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस उसकी क्रिमिनल हिस्ट्री भी निकाल रही है। उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी पुलिस कर सकती है। इसके साथ ही उसकी संपत्तियां कुर्क की जा सकती हैं।

पंकज ने भाई अमित को बताया था रोहित ने दी है धमकी

पंकज यादव के चचेरे भाई अमित यादव ने बताया, भाई ने बुधवार की रात को फोन कर बताया था कि रामपुर गौरा थाना फतनपुर प्रतापगढ़ का रहने वाले रोहित यादव ने पांच हजार रुपए उधार लिए थे। रोहित उधार का पैसा वापस नहीं कर रहा था। इसको लेकर दोनों के बीच कई बार कहासुनी हो चुकी थी। इसकी वजह से रोहित और पंकज का विवाद काफी दिनों से चला आ रहा है। उसने मंगलवार की रात को पंकज को जान से मारने की धमकी भी दी थी। मुझे क्या पता कि वह वह धमकी डराने के लिए दे रहा है या सही में वह मेरे भाई को मार देगा। पता होता तो मैं उसके हाथ-पैर जोड़ लेता। माफी मांग लेता।

पढ़ने में काफी अच्छा था पंकज यादव

पंकज यादव के चाचा गोरे यादव ने बताया कि पंकज हमारे घर सबसे होनहार बेटा था। वह पढ़ाई में काफी अच्छा था। उसने सीबीएसई बोर्ड से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 85 % अंकों में पास की थी। उसने बीटीसी करने के बाद यूपीटीईटी पास किया था। इस समय वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। इसके साथ में एलएलबी भी कर रहा था।

DCP बोले- रुपए के लेन-देन का विवाद हत्या की वजह

DCP गंगा नगर अभिषेक भारती ने बताया कि अभी तक आरोपी ने रुपयों के लेन-देन का विवाद ही हत्या की वजह बताया है। रोहित से अभी पूछताछ हो रही है। उसके मोबाइल की फॉरेंसिक जांच होगी। हत्या की कोई और भी वजह हो सकती है। इसका पता लगाया जा रहा है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। पूरी पड़ताल होने के बाद हत्या के कारणों का खुलासा किया जाएगा।

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