2024 लोकसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने देशभर में कॉल सेंटर खोलने का प्लान बनाया है. इसको लेकर पार्टी मुख्यालय में बीजेपी ने बैठक बुलाई है. बैठक में कॉल सेंटर्स की रूपरेखा पर चर्चा होगी. इन कॉल सेंटर्स में करीब 20 हजार कॉलर्स 24 घंटे बीजेपी के फेवर में प्रचार करेंगे.
भारतीय जनता पार्टी ने 2024 की चुनावी जंग कॉल सेंटर के जरिए जीतने का प्लान बनाया है. इसके लिए बीजेपी देशभर में बड़ी संख्या में कॉल सेंटर खोलेगी. इसके जरिए 20 हजार युवाओं की फौज दिन रात मोदी सरकार और बीजेपी के लिए सियासी जमीन को तैयार करने का काम करेगी. कॉल सेंटर खोलने को लेकर बीजेपी ने एक अहम बैठक पार्टी मुख्यालय में बुलाई है, जिसमें कॉल सेंटर के जरिए चुनावी कैंपेन मॉडल की रूपरेखा रखी जाएगी.
बीजेपी खोलेगी 225 कॉल सेंटर
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए 225 से ज्यादा कॉल सेंटर खोलने की तैयारी की है. कॉल सेंटर को लेकर शुक्रवार को आयोजित वाली बैठक में गृहमंत्री अमित शाह देश के कोने-कोने से आने वाले पार्टी के कॉल सेंटर संयोजकों को मार्गदर्शन देंगे. अमित शाह के संबोधन से ही बैठक की शुरूआत होगी. इसके बाद देशभर से आए कॉल सेंटर संयोजकों की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष भी लोकसभा चुनाव के कैंपेन की रूपरेखा रखेंगे. इस बैठक को आधिकारिक तौर पर 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों का आगाज माना जा रहा है.
बंसल के पास कॉल सेंटर की कमान
2024 के लोकसभा चुनाव के प्रचार प्रसार के लिए कॉल सेंटर का काम बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल देख रहे हैं. हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ राष्ट्रीय महासचिव की हुई बैठक में सुनील बंसल ने कॉल सेंटर खोलने को लेकर विस्तृत जानकारी रखी थी. इस दौरान उन्होंने बताया था कि कैसे ये कॉल सेंटर काम करेंगे और उसका प्रभाव 2024 के चुनाव में कैसे पड़ेगा. इसी के बाद अब देशभर के कॉल सेंटर संयोजकों की बैठक दिल्ली में बुलाई गई है. बैठक में अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा, बीएल संतोष और सुनील बंसल सहित बीजेपी के दिग्गज नेता शिरकत करेंगे.
देश में कितनी जगह कॉल सेंटर होंगे?
कॉल सेंटर खोलने के लिए भले ही पहली बैठक शुक्रवार को बुलाई गई हो, लेकिन पार्टी के रणनीतिकार इसको लेकर काफी पहले से तैयारी में जुट गए थे. बीजेपी सूत्रों का कहना है सितंबर महीने में ये तय कर लिया जाएगा कि 2024 लोकसभा के लिए कुल कितने जगह कॉल सेंटर खोला जाएगे. साथ ही ये तय कर लिया जाएगा कि कॉल सेंटर में कितना मैन पावर लगेगा और उसका कैंपेन मॉडल क्या होगा? इतना ही नहीं नवंबर के पहले हफ्ते तक देश के अलग-अलग हिस्सों में बीजेपी का अपना कॉल सेंटर काम शुरू कर देगा.
24 घंटे काम करेंगे 20 हजार कॉलर्स
बीजेपी ने इस बार 2019 के चुनाव से ज्यादा कॉल सेंटर खोलने का प्लान बनाया है.सूत्रों की मानें तो बीजेपी इस बार अपने कॉल सेंटर की संख्या 225 से ज्यादा करने जा रही है. इन कॉल सेंटरों में करीब 18 से 20 हजार कॉलर्स 24 घंटे कार्यरत रहेंगे. बीजेपी के इन सभी कॉल सेंटरों के लिए सॉफ्टवेयर और टेक्निकल सपोर्ट मुहैया कराने वाली कंपनी जार्विस होगी. सामान्य तौर पर इसी कंपनी के द्वारा ही बीजेपी के कॉल सेंटर को चलाया जाता है.
2019 के लोकसभा चुनाव में भी इसी कंपनी ने बीजेपी के लिए काम किया था. पिछली बार बीजेपी ने देशभर में 190 कॉल सेंटर खोले थे और करीब 13000 कॉलर्स दिन रात काम पर लगे थे. हरेक कॉल सेंटर पर औसतन 70 से 80 कॉलर्स काम पर लगाए गए थे, लेकिन इस बार कॉल सेंटर की संख्या के साथ-साथ कॉलर्स की संख्या में भी इजाफा किया गया है. इसमें से 225 जगहों पर कॉल सेंटर बनाए जाएंगे और हरेक कॉल सेंटर में 20-22 लोगों की तैनाती की जा रही है.
बीजेपी के कॉल सेंटर कैसे काम करेंगे?
बीजेपी कॉल सेंटर्स के जरिए पार्टी के जमीनी बूथ लेवल कार्यकर्ताओ को केंद्र सरकार की उपलब्धियों से रेगुलर अपडेट किया जाता रहेगा. साथ ही सेंट्रल डेटा बैंक से मिले स्थानीय समर्थकों को रेगुलर इंगेज करके रखा जाएगा. इन 225 कॉल सेंटर के जरिए ढाई लाख से अधिक पार्टी के लोकल सोशल मीडिया एक्सपर्ट और स्थानीय इनफ्लूएंसर्स को रिसोर्स उपलब्ध होता रहेगा. खास बात ये है कि बीजेपी के ये सभी कॉल सेंटर 2 या 3 लोकसभा क्षेत्रों का रेगुलर काम देखेंगे. इन सेंटर्स के जरिए बीजेपी ना सिर्फ अपने पार्टी के उम्मीदवारों को फायदा पहुंचाएगी बल्कि बीजेपी के अलावा एनडीए के प्रत्याशियों के लिए भी ये कॉल सेंटर उपलब्ध रहेंगे.
बीजेपी कॉल सेंटर के काम में लाभार्थी और प्राथमिक सदस्यों तक पहुंच के अलावा लोकसभा चुनाव से जुड़े कार्यक्रमों में जिला, मंडल, शक्ति केंद्रों पर होने वाले प्रवास का प्रबंधन करना भी शामिल है. कॉल सेंटर के जरिए मोदी सरकार की लाभकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत होगी और फिर बूथ स्तर के कार्यकर्ता व्यक्तिगत तौर पर संपर्क करेंगे. लाभार्थी और बीजेपी के प्राथमिक सदस्यों से बातचीत कर उनके फीडबैक लेना और फिर उसे मंडल, शक्ति केंद्र और बूथ के साथ साझा करना है.
30 राज्यों में स्थापित होंगे स्पेशलाइज्ड कॉल सेंटर
कॉल सेंटर के जरिए बीजेपी के सभी स्तरों पर होने वाले कार्यक्रमों की निगरानी और उसमें लोगों की उपस्थिति जैसे मसलों का फीडबैक लेकर रिपोर्ट तैयार करना भी शामिल है. इसी फीडबैक के आधार पर बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं को सीधे लाभार्थी के घर भेजेगी. बीजेपी अपनी इस रणनीति को अंजाम देने के लिए देश के करीब 30 राज्यों में स्पेशलाइज्ड कॉल सेंटर स्थापित करेगी. 500 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर फोकस करते हुए 2-3 लोकसभा का क्लस्टर तैयार किया जाएगा. इस तरह से कॉल सेंटर के जरिए 24 घंटे बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए काम करेंगे.