नई दिल्ली: गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा इस्तेमाल सीलिंग फैन का होता है. यह आपको गर्मियों में हवा देने का काम करते हैं. इन दिनों बाजार में कुछ शानदार डिजाइन वाले फैन भी उपलब्ध हैं, जो हवा के साथ-साथ आपके कमरे को शानदार लुक भी देते हैं. इतना ही नहीं पंखे बारिश के मौसम में आपको मच्छरों से भी बचाते हैं. ऐसे में बेहद जरूरी है कि आप अपने पंखों की हिफाजत करें और लंबे समय तक उनको इस्तेमाल करें.
बता दें कि कई बार हमारी छोटी-छोटी गलतियों के कारण सीलिंग फैन खराब हो जाता है या फिर हम उसका पूरा लाभ नहीं उठा पाते हैं. अगर आप भी सीलिंग फैन का सही इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं, तो आज हम बताने जा रहे हैं कि आपको अपने पंखों को कैसे सुरक्षित रखना चाहिए? ताकि आप उनका लंबे समय तक बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर सकें.
आप अपने सीलिंग फैन को किसी पेशेवर इलेक्ट्रिशियन से लगवाएं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपके फैन में हिलने और वायरिंग जैसे समस्याएं आ सकती हैं. इसलिए जरूरी है कि फैन को किसी पेशेवर इलेक्ट्रिशियन से इंस्टॉल करवाया जाए.
फर्श से सीलिंग फैन की दूरी का भी उसकी सुरक्षा पर बहुत प्रभाव पड़ता है. ज्यादा एफिशिंयसी और सेफ्टी की गारंटी के लिए,सुनिश्चित करें कि आपका सीलिंग फैन फर्श से कम से कम सात फीट की दूरी पर इंस्टॉल हो. सीलिंग फैन खरीदते समय, फर्श और दीवारों से अपनी छत की दूरी जानना हमेशा अच्छा होता है. ऊंची छत वाले कमरों में आमतौर पर डाउनरोड सीलिंग फैन की आवश्यकता होती है.
जबकि लो-प्रोफाइल सीलिंग फैन उन कमरों के लिए अच्छे होते हैं जिनकी छत आठ फीट से कम होती है. जब दीवार की दूरी की बात आती है, तो सीलिंग फैन दीवार से कम से कम 18 इंच की दूरी पर होना चाहिए.
सीलिंग फैन को नुकसान आमतौर पर गंदगी और रखरखाव की कमी के कारण होता है. इसलिए अपने सीलिंग फैन को सुरक्षित रखने के लिए इसके बाहरी और इंटरनल दोनों कंपोनेंट को नियमित रूप से साफ करें. इसके अलावा इसकी नियमित जांच, मरम्मत और रखरखाव भी काफी जरूरी है.
छोटे कमरों में छोटे सीलिंग फैन की आवश्यकता होगी, जबकि बड़े स्थान पर बड़े सीलिंग फैन की. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि छोटे कमरों में बड़ा इलेक्ट्रिक सीलिंग फैन नहीं हो सकता है? अगर आप छोटे कमरे में बड़ा फैन इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इस बात का ध्यान रखे हैं कि फैन यूज करते वक्त उसमें कोई अड़चन न आए. फैन को इंस्टॉल करते समय, सुनिश्चित करें कि आस-पास कोई ऐसी वस्तु न हो जो उसके घूमने और हवा के प्रवाह को बाधित कर सके.