नागौर सांसद और आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल आज सीकर के लक्ष्मणगढ़ इलाके में सूतोद गांव में वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति और धर्मशाला शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि मैं जब चाहूं केंद्र या दिल्ली की सरकार में शामिल हो सकता हूं। कार्यक्रम में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल, तेजा सेना के श्रीराम बिजारणियां,सचिन पिलानियां सहित सैकड़ोa लोग मौजूद रहे।
आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हम उस समाज से आते हैं जिसने कभी हार नहीं मानी। जिस समाज ने दिल्ली के तख्त ताज बदल दिए। समाज को तोड़ने के लिए लगातार प्रयास हुआ। समाज से कई पंथ बने और कई लोग धर्मों में चले गए लेकिन समाज को कोई तोड़ नही पाया।
आज भी भारत मां की रखवाली के लिए सबसे ज्यादा तादाद में हम लोग खड़े हैं। बेनीवाल ने कारगिल युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि जब मैं यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट था उस समय अमेरिका के अखबार में छपा था कि 20 हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर एक रेजीमेंट ने दुश्मन को खत्म कर दिया। वह जाट रेजीमेंट है जिसमें शेखावाटी ,मारवाड़, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जवान हैं। मैं ताराचंद धायल की हमेशा चिंता करता हूं जो जिला परिषद में तो पांच बार जीत गए। बीजेपी वाले तो आपको विधानसभा में लाने से रहे। इसलिए इस बार रास्ता थोड़ा चेंज करो। वरना बुढ़ापा हमारे हाथ में नहीं है क्योंकि उम्र बढ़ती जाती है। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि तेजा सेना के अध्यक्ष श्रीराम मुझे कह रहे थे धीरे चल रहे हो। ऐसे में मैंने उन्हें कहा कि इससे तेज चल तो कहीं राजस्थान के बाहर नहीं चला जाऊं। बेनीवाल ने कहा कि चल ही मैं रहा हूं और चल रहा कौन है।
बेनीवाल ने कहा कि जब तक हम एक जयकारे के साथ खड़े नहीं होंगे तब तक हमारा सत्ता पर कब्जा नहीं होगा। इस देश में पहले क्या हुआ अंग्रेजों ने राज किया, बाद में जागीरदारों ने, अकाल का साया और नेताओं का धोखा लोग इससे इतने परेशान हैं कि जो भी जाएगा उस पर अविश्वास करेंगे। जब मैं मारवाड़ से यहां आया तो कई लोगों ने कहा कि शेखावाटी में आपका कोई इंतजार नहीं करेगा। लेट तो मेरे साथ जुड़ा हुआ है। मेरी शादी भी लेट हुई थी। चलते-चलते लोग इतना प्यार करते हैं कि लेट हो जाता हूं। लेकिन तीन-तीन बजे तक यहां के लोगों ने मुझे मजबूती दी। उसे वक्त यहां के लोगों ने कहा था कि हनुमान भया थारे सागे चाल्स्यांन लेकिन धोखो मत दीजे। उसी का परिणाम हुआ कि बड़ी संख्या में होते हुए भी हम सत्ता पर कब्जा नहीं कर सके। उत्तर प्रदेश हमारे हाथ में आया था, देश के सर्वोच्च पद पर हम बैठे। हरियाणा हाथ में आया और दिल्ली भी आई लेकिन राजस्थान के शिखर पर आप कभी भी नहीं बैठे। केवल वोट डालने और रैलियों में भीड़ जुटाने का काम किया।
बेनीवाल ने कहा कि 2003 से लेकर पिछले 20 सालों में सत्ता मेरे पीछे घूमती रही और मैं आगे आगे चला रहा। जब इच्छा हो सरकार में शामिल हो सकता हूं। चाहूं तो दिल्ली की सरकार में या फिर स्टेट की सरकार में। लेकिन हनुमान बेनीवाल ने एक प्रण लिया था, मैंने यहां के लोगों को वचन दिया था कि जब भी आपको मेरी आवश्यकता होगी तो हनुमान बेनीवाल की आरएलपी पार्टी आपके साथ होगी। बेनीवाल ने कहा कि जब देश का किसान तकलीफ में था तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने कहा कि हनुमान जी हमारे सारे सांसद भारतीय जनता पार्टी में है। यदि उम्मीद की एक किरण किसी में दिखती है तो वह हनुमान बेनीवाल है। अगर आप जयपुर दिल्ली के राजमार्ग को जाम कर दो तो बड़ी ऊर्जा मिलेगी। ऐसे में मोदी की सत्ता को ठोकर मारकर एनडीए को छोड़ा तो वह नागौर सांसद था। अग्निपथ आने के बाद जब सेना के सम्मान को ठेस लगी तो देश का कोई सांसद नहीं बोला। तब भी रैली करके प्रधानमंत्री को किसी ने चुनौती दी तो वह नागौर सांसद था। हम उसे कौम से आते हैं जिसने कई बार दिल्ली का तख्त बदल दिया। बेनीवाल ने कहा कि अग्निपथ के विरोध का परिणाम यह रहा कि पहले जहां सरकार केवल 25% अग्निपथ वीरों को स्थायी करने की बात करती थी वह 50 % पर आ गई।
संख्या में दिल्ली की तरफ चलोगे तो जिस तरह प्रधानमंत्री ने तीन कृषि कानून वापस लिए इस तरह से अग्निपथ वापस लेगी। यह लड़ाई कोई और नहीं लड़ेगा बल्कि मंच पर बैठे लोग ही आपको लड़ते हुए नजर आएंगे। बेनीवाल ने कहा कि इस बार राजस्थान में 50 से 80 लाख वोटर नए जुड़ेंगे वह परिवर्तन के नाम का होगा। यहां बीजेपी की आंधी नहीं चलेगी। बेनीवाल ने कहा कि 2018 में भी बीजेपी की आंधी नहीं चली थी लेकिन हनुमान बेनीवाल ने आपकी चिंता करी थी क्योंकि यदि मेरी वजह से कोई हार गया तो लोग कहते कि एक हनुमान आया जिसने पार्टी बनाई और नाश कर दिया। इसलिए मेरी और पार्टी की कुर्बानी दी। लेकिन अब 2023 में एक कुर्बानी राजस्थान के लिए जाएगी। अब एक कुर्बानी राजस्थान को बचाने के लिए देंगे। इस बार आरएलपी राजस्थान की तमाम सीटों पर चुनाव लड़ेगी। क्योंकि पार्टी कोई सजाने के लिए नहीं बल्कि चुनाव लड़ने के लिए बनाई है।
पहले हो गई मदद कहीं किसी की, यह सब चलता रहता है हम भी किसी की मदद से यहां तक पहुंचे हैं। लेकिन अब आवश्यकता है ऐसे राजस्थान के निर्माण की जहां बहन बेटियां रात को सड़क पर निकले तो मजाल है कि कोई सामने देख ले। रात को इस तरह निकले कि जैसे कोई घर के आंगन में निकली ली हो।
बेनीवाल ने राजस्थान में बढ़ते नशे की बात पर कहा कि पहले तो हरियाणा की दारू गुजरात जाती थी। लेकिन अब एमडी, स्मैक जैसे नशे आ गए। बेनीवाल ने कहा कि एक जगह मैं गया वहां हमारी गाड़ियां जा रही थी तो उस दौरान एक गाड़ी पलट गई हालांकि उसमे बैठा युवक सुरक्षित बच गया। जब पता किया तो सामने आया कि उसने एमडी का सेवन किया हुआ था। इसका एक कारण बेरोजगारी है। यदि राजस्थान में सत्ता पर राज करने वाली दोनों पार्टियों चाहती तो कई योजनाएं लागू हो जाती।
बेनीवाल ने कहा कि अब ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कैसे हो रहा है हम देख ही रहे हैं। जो पार्टी बदलकर बीजेपी ज्वाइन कर ले वह तो एकदम सही है। लेकिन जिसने बीजेपी ज्वाइन नहीं की उसे ईडी और सीबीआई लेकर जाएगी। केवल इसी सरकार ने नहीं बल्कि पहले की सरकारों ने भी इनका दुरुपयोग भी किया था। बजरी माफिया जिनकी जेब में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों चली। बजरी माफिया जो सरकारों से बड़ा हो गया। वह समानांतर सरकार चल रहा है। बेनीवाल ने कहा कि मारवाड़ की जो 43 विधानसभा सीट है उनमें से 40 सीट पर आरएलपी 1 या 2 नंबर पर रहेगी। जो लोग नागौर में बैठकर फरमान जारी करते थे उन्हें घर पर बैठा दिया। अब उनका फरमान वहीं रह गया। बेनीवाल ने कहा कि जब नई पार्टियों में चंदे की फाइल पीएम ने मंगवाई तो उसमें आरएलपी का नाम नही था। बेनीवाल ने कहा कि कई लोग मुझे कहते हैं कि ईडी वाले आ जाएंगे लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि चार पैंट शर्ट और जूते ले जाकर वापस कर देंगे। मलिक साहब को भी खूब परेशान किया लेकिन कुछ नहीं हुआ। यदि आपने मुझे मजबूती दी तो 2023 में राजस्थान की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल जाएगी।
बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में गैंगवार का कारण यही है कि यहां की सरकारें अपराधियों को संरक्षण देती है। बेनीवाल ने कहा कि मैं किसी को बुजुर्ग नहीं मानता क्योंकि 70 साल की वसुंधरा राजे अभी भी कहती है कि हम जवान है। बेनीवाल ने कहा कि लोग मुझ पर जातिवाद का आरोप लगाते हैं लेकिन किसी को भी पीड़ा होती है तो सबसे आगे हनुमान बेनीवाल ही मिलता है।
बेनीवाल ने कहा कि मुझे समर्थक इतना फोन करते हैं कि उनके फोन के चक्कर में मैं जरूरी फोन भी नहीं उठा पाता। इतना कोई अशोक गहलोत को नहीं करता। पायलट को तो किसी ने देखा ही नहीं होगा कहां चले गए। मानेसर गए थे मुख्यमंत्री बने बन गए क्या। वसुंधरा का तो आपके पास नंबर भी नहीं है। बेनीवाल ने कहा कि मिशन 2023 पूरा करना है। बेनीवाल ने कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ दिल्ली की तरफ एक बड़ा मूवमेंट होगा क्योंकि सेना को तो बचाना है। क्योंकि बाकी पार्टियों को तो केवल वोट की चिंता है।
बेनीवाल ने कहा कि पहले हरियाणा और उत्तर प्रदेश के नेता ही हमारे लीडर थे क्योंकि राजस्थान के नेता तो कोटपूतली के आगे जाते ही वापस आ जाते थे क्योंकि उन्हें डर लगता था। अब यूपी और हरियाणा के सारे नेता बीजेपी में चले गए। मुझे तो शर्म आती है कि जिस खट्टर सरकार ने 50 जाट के बच्चों को गोलियों से भूना उसे अगर किसी ने समर्थन दिया तो हमारे समाज के शख्स ने ही उप मुख्यमंत्री बनकर सपोर्ट कर दिया। यदि उपमुख्यमंत्री ही बनना था तो हुड्डा को सीएम बना देते। बेनीवाल ने कहा कि उप होता क्या है यदि मुझे उपमुख्यमंत्री बनना होता तो 5 साल पहले ही बन जाता। बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मतलब पति और उपमुख्यमंत्री मतलब उसकी पत्नी।