भाई-बहनों का त्याेहार रक्षा बंधन नजदीक है। बाजार में तरह-तरह की राखियां सज चुकी हैं। बहनें भाइयों को राखी बांधने के लिए उसकी खरीदारी भी कर रही हैं। ताकि पर्व से पहले उन्हें राखी मिल सके। हर बार की तरह इस बार भी बाजार में कई तरह की मन लुभाने वाली डिजाइनदार राखियां सज गई हैं। भाइयों के लिए जहां रेशम से बने डिजाइन वाली राखियां मौजूद हैं।
वहीं बच्चों को खिलौनों और लाइट वाली राखियों का रेंज बाजार में खूब दिख रहा है। वहीं इस बार प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के राखी के साथ साथ चन्द्रयान-3 की भी बिक्री हो रही है। इस बार भी रक्षाबंधन के त्योहार पर भद्रा का साया है। जिसके कारण रक्षाबंधन की तारीख को लेकर लोगों में थोड़ा कन्फ्यूजन है
काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि 30 अगस्त की सुबह 10 बजकर 55 मिनट से पूर्णिमा तिथि शुरू हो रही है। लेकिन पंचाग को देखें तो पूर्णिमा तिथि शुरू होने के साथ ही भद्रा भी लग रहा है, जो रात्रि में 9 बजे खत्म हो रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे में बहन 30 अगस्त की रात्रि 9 बजकर 1 मिनट पर राखी बांध सकती है। अगले दिन यानी 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट से पहले राखी बांध सकती है।
राखी के थाली में रखने चाहिए ये सामग्री
बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं। राखी बांधने से पहले राखी की थाली सजाई जाती है। इस थाली को भी पूजा की थाली की तरह से सजाया जाता है। राखी की थाली में रोली, हल्दी, अक्षत, धी का दीपक, श्रीफल यानी नारियल, पुष्प, रक्षासूत्र और मिठाई इन आठ सामग्रियों को जरूर शामिल करना चाहिए। इन सभी सामग्रियों को एक खूबसूरत थाली में अच्छे से सजाना चाहिए।