डिजिटल दुनिया से जुड़े रहने के लिए स्मार्टफोन हमारी मदद करता है, और फोन को जिंदा रखने के लिए इसे चार्जिंग के लिए घंटों प्लग में लगा कर रखना पड़ता है. नए फोन मॉडल हाई बैटरी क्षमता और तेज़ चार्जिंग देने का वादा करते हैं, लेकिन ज़रूरत और इमरजेंसी को देखते हुए हर कोई जानना चाहता है कि अपने फोन को तेज़ी से कैसे चार्ज किया जाए. फोन को फास्ट चार्ज करने के लिए लोग अलग-अलग तरीके का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें से एक ये भी है कि अगर फोन को फ्लाइट मोड पर करके चार्ज किया जाए तो ये काफी तेजी से चार्ज हो सकता है.
लेकिन क्या आपको ये मालूम है कि ऐसा करने पर कितना समय बचता है. यानी कि अगर आप एयरप्लेन मोड ऑन करके चार्ज करते हैं तो फोन कितनी देर में चार्ज होगा और अगर एयरप्लेन मोड नहीं ऑन करते हैं तो ये कितना समय लेगा.
हमारे स्मार्टफोन, कंप्यूटर की तरह ही हैं. सिर्फ इसलिए कि स्क्रीन बंद है और आप इसका इस्तेमाल म्यूज़िक या कोई और काम करने के लिए नहीं कर रहे हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि यह पावर की खपत नहीं कर रहा है. जब आपको फोन वाईफाई सिग्नल सर्च करता है तब भी आपके फोन की बैटरी खत्म होती है.
एयरप्लेन मोड पर स्विच करने से सभी वायरलेस सिग्नल डीएक्टिवेट हो जाते हैं. इसके बाद आपका फोन न ट्रांसमिशन प्राप्त करता है, और न ही ये उन्हें भेजता है.
लेकिन अब सवाल ये है कि क्या ये फास्ट चार्जिंग में मदद करता है. तो जवाब है हां. ऐसा इसलिए क्योंकि एयरप्लेन मोड ऑन करने पर ये बैकग्राउंड की सारी एक्टिविटी बंद हो जाती है, और ये तेजी से चार्ज होने लगता है.
समय में किता आता है अंतर?
अब सवाल ये है कि ऐसा करने पर कितनी तेजी से फोन चार्ज हो जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपेरिमेंट करने पर पता लगा कि एयरप्लेन मोड करके चार्ज किया जाए तो फोन रेगुलर चार्जिंग के मुकाबले ये 3 मिनट तेजी से चार्ज हो जाएगा. यानी कि फ्लाइट मोड पर होते हुए चार्ज होने वाला फोन 3 मिनट पहले चार्ज हो जाएगा.