कानपुर में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार कॉन्स्टेबल को कुचल दिया। सिर पर पहिया चढ़ने से कॉन्स्टेबल जयवीर सिंह (37) की मौके पर ही मौत हो गई। घटना सोमवार को रामादेवी चौराहा के पास हुई। कॉन्स्टेबल बाइक से आगे जा रहा था। कॉन्स्टेबल को कुचलने के बाद चालक ट्रक लेकर मौके से भाग गया। जयवीर सिंह कानपुर के नौबस्ता थाने में तैनात था। बीते कई दिनों से गैरहाजिर चल रहा था। जयवीर ने ही कुछ महीने पहले DCP समेत 11 लोगों के नाम सुसाइड नोट भी लिखा था।
सुबह 11.45 बजे की घटना, आईकार्ड से शिनाख्त
जयवीर सिंह सोमवार सुबह करीब 11:45 बजे रामादेवी चौराहा से गुजर रहे थे। पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मारी। वह उछलकर सड़क पर गिरे तो ट्रक का पहिया उनके सिर के उपर से गुजर गया। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची चकेरी पुलिस ने जांच पड़ताल की।
मृतक की जेब से पुलिस विभाग का आईकार्ड मिलने से जयवीर की शिनाख्त हुई। चकेरी पुलिस ने हादसे की जानकारी परिवार और अफसरों को दी। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हादसे की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के लोग पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। वहीं, चकेरी थाने से लेकर कई थानों की फोर्स पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची। पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार ने पूरे मामले की जानकारी ली।
नौ महीने पहले कॉन्स्टेबल ने सुसाइड नोट लिखकर उसका स्टेटस लगाया था, सिलसिलेवार उसे बताते है...
तारीख-14 नवंबर 2022...कानपुर में सस्पेंड कॉन्स्टेबल जयवीर सिंह वॉट्सऐप स्टेटस पर सुसाइड नोट पोस्ट कर गायब हो गया था। सोशल मीडिया पर उसकी पोस्ट वायरल होते ही पुलिसकर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। स्वरूप नगर थाने की पुलिस ने सर्विलांस की मदद से सवा घंटे बाद ही दोपहर में उसे पोस्टमॉर्टम हाउस के पास से पकड़ लिया था। पूछताछ पर उसने बताया था कि एसपी आउटर समेत अन्य विभागीय कर्मचारी उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। इसके चलते वह इस तरह का कदम उठाने जा रहा है।
सुसाइड नोट में टाइम तक लिखा था
उस वक्त जयवीर सिंह कानपुर आउटर के साढ़ थाने में तैनात था। मारपीट के एक मामले में सस्पेंड कर दिया गया था। 14 नवंबर 2022 की सुबह जयवीर ने अपने मोबाइल फोन के वॉट्सऐप स्टेटस पर सुसाइड नोट का पोस्ट अपडेट किया। इसमें एक कागज पर उसने डाई पीने से मौत के अलावा सुसाइड की तारीख 14 नवंबर और समय सुबह 9:45 बजे लिखी
सिपाही को पकड़कर हैलट के मनोरोग विभाग में भर्ती कराया
इसके बाद नीचे 6 पुलिसकर्मियों के नाम लिखे। इनमें चकेरी इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप सिंह का नाम सबसे ऊपर था। इसके बाद हेड कॉन्स्टेबल दिवाकर द्विवेदी, अवधेश, महेंद्र सिंह, रामपाल और कॉन्स्टेबल जुबेर का नाम लिखा था। इसमें 4 पत्रकारों के भी नाम शामिल हैं।
उस वक्त मामले की जानकारी मिलते ही कानपुर पुलिस हरकत में आ गई थी। जयवीर की लोकेशन का पता चलते ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया। फिर हैलट के मनोरोग विभाग में भर्ती कराया था।
सुसाइड में महिला कॉन्स्टेबल का नाम लिखा था
जयवीर ने अपने सुसाइड नोट में एक महिला कॉन्स्टेबल का भी नाम लिखा था। वह मृतक दरोगा अनूप सिंह की करीबी थी। लेकिन थाने से ट्रांसफर होने के बाद उसने दरोगा से बात करनी बंद कर दी थी। दरोगा सुसाइड से पहले महिला कॉन्स्टेबल से मिलने थाने और फिर उसके घर पहुंचा था। बाद में तनाव में आकर दरोगा अनूप ने सुसाइड कर लिया था।