उत्तर प्रदेश सरकार में यूं तो आईएएस अधिकारियों का बोलबाला रहता है। लेकिन प्रदेश में कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं, जो लंबे समय से अपना वनवास खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। हर नई ट्रांसफर लिस्ट आने की चर्चा के साथ उनकी उम्मीदें बढ़ जाती हैं। लिस्ट आने के बाद उम्मीदों पर पानी फिर जाता है। न जाने हुक्मरानों को ऐसी क्या नाराजगी है कि इन्हें साइड लाइन करके रखा गया है।
अब आपको बताते हैं, उन अधिकारियों के नाम जो लंबे समय से अच्छी पोस्टिंग के इंतजार में है.
6. कुमार प्रशांत भी नाराजगी झेल रहे
अपने ही उच्च अधिकारियों की नाराजगी झेल रहे 2010 बैच के आईएएस अधिकारी कुमार प्रशांत के जीवन में भी उठा पटक बनी रही। योगी सरकार में सितंबर 2017 से लेकर जून 2018 तक फतेहपुर में डीएम के पद पर तैनात रहे उसके बाद कुमार प्रशांत को सस्पेंड किया गया। और फिर बहाल करके विशेष सचिव प्ज् एवं इलेक्ट्रॉनिक बनाया गया। और उसके बाद अक्टूबर 2019 से लेकर मार्च 2021 तक बदायूं डीएम के पद पर कार्यरत रहे। मार्च 2021 से लेकर अब तक कुमार प्रशांत को अलग-अलग विभागों में बतौर विशेष सचिव तैनात किया गया है।
7. शिव सहाय अवस्थी 2018 में बने थे झांसी डीएम
प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद शिव सहाय अवस्थी पर मानो विशेष कृपा बरसी और अप्रैल 2017 में रामपुर के जिला अधिकारी के पद पर तैनाती की गई और उसके बाद जनवरी 2018 में रामपुर से ट्रांसफर करके झांसी का जिलाधिकारी बनाया गया। और जनवरी 2018 से फरवरी 2020 तक बतौर जिलाधिकारी जिला अधिकारी अवस्थी कार्यरत रहे लेकिन उसके बाद से अब तक शिव सहाय अवस्थी को अलग-अलग विभागों में विशेष सचिव के पद पर तैनाती की गई।
8. रिषेंद्र कुमार विशेष सचिव हैं
सातवां नाम यूपी कैडर के 2011 बैच के आईएएस अधिकारी रिषेंद्र कुमार है जिन्हें योगी सरकार बनने के बाद मऊ जनपद में अप्रैल 2017 से दिसंबर 2017 तक जिलाधिकारी के पद पर तैनात किया गया उसके बाद तबादला करके बागपत के जिला अधिकारी के पद पर फरवरी 2019 तक तैनाती मिली। फरवरी 2019 से लेकर अब तक रिषेंद्र कुमार प्रदेश के अलग-अलग विभागों में विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं और इस उम्मीद में है की एक बार फिर से उन पर कृपा बरसे और अच्छी तैनाती मिले।
9. प्रशांत शर्मा भी वनवास खत्म होने का इंतजार कर रहे
2012 बैच के तेज तर्रार आईएएस अधिकारी प्रशांत शर्मा उत्तर प्रदेश में ही अपर मुख्य सचिव के पद से रिटायर हुई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आराधना शुक्ला के दामाद है और काफी ईमानदार छवि के आईएएस अधिकारी है जिनको जुलाई 2019 से नवंबर 2019 तक महक 4 महीने के लिए ही अमेठी के डीएम के पद की तैनाती मिली थी। डीएम रहते हुए प्रशांत शर्मा ने पीसीएस अधिकारी से हुए विवाद के बाद से अब तक प्रशांत शर्मा को सिर्फ अलग-अलग विभागों में विशेष सचिव के पद पर ही तैनात किया गया। 4 सालों से विशेष सचिव के पद पर तैनात इस प्रशांत शर्मा भी पंचम तल पर बैठे अधिकारियों के आशीर्वाद से अछूते हैं और अपने वनवास खत्म होने का इंतजार कर रहे है।
10. अक्षय त्रिपाठी 2014 के अधिकारी
अक्षय त्रिपाठी 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं जो अभी तक जिलाधिकारी के लिस्ट से बाहर चल रहे हैं यह अपने बैच के इकलौते ऐसे आईएएस अधिकारी हैं। जिनकों अब तक जिलाधिकारी नहीं बनाया गया है। हालांकि इससे पहले अक्षय त्रिपाठी कानपुर के नगर आयुक्त और लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी के पद पर रह चुके है। जिन्हें जून 2022 में प्राधिकरण के वीसी से हटाकर विशेष सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक बनाया गया। जो अब तक जो अब तक इसी पद पर कार्यरत है इस दौरान सिर्फ डायरेक्ट भर्ती हुए आईएएस अधिकारियों को भी नहीं बल्कि पर प्रमोटी आईएएस अधिकारियों को भी जिलाधिकारी का पद मिल चुका है। अक्षय त्रिपाठी अब तक डीएम बनने की सूची से बाहर है।
फिलहाल उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारियों की एक लंबी चौड़ी लिस्ट है जिन्हें पिछले 6 सालों से अच्छी पोस्टिंग की आस है। यही कारण है कि हर ट्रांसफर लिस्ट आने की खबरों के साथ ही इन आईएएस अधिकारियों की धड़कनें तेज हो जाती हैं और इनके अंदर उम्मीदों कि आज जग जाती है कि शायद पंचम तल पर बैठे उच्च अधिकारियों को इनकी हाल पर तरस आ जाए और इन्हें भी अपनी प्रतिभा को एक बार फिर से दिखाने का मौका मिले।