एक कमरे में अगर दो पंखे लगाएं जाएं तो जाहिए सी बात है कि इनसे एयरफ्लो बढ़ेगा और बेहतर कूलिंग भी मिलेगी. लेकिन, दो पंखों की जरूरत कमरे की साइज से तय की जाती है. ऐसे में आइए समझने की कोशिश करते हैं किस साइज के कमरों को दो पंखों की जरूरत होती है और उन्हें किस तरह इंस्टॉल किया जाना चाहिए.
कमरे की साइज के अलावा फैन की सही साइज भी मैटर करती है. एक 36-इंच से 44-इंच डायमीटर का पंखा आसानी से 225 स्क्वायर फुट वाले कमरे को ठंडा कर सकता है. वहीं, इससे बड़े स्पेस के लिए 52-इंच डायमीटर के पंखे की जरूरत होती है. लेकिन, अगर कमरा इससे भी बड़ा हो यानी अगर 300 स्क्वायर फीट का कमरा हो तो दो पंखों की जरूरत होगी
बड़े कमरों में दो पंखे लगने से कमरे के हर कोने में बेहतर कूलिंग और पर्याप्त हवा मिलती है. चूंकि, सीलिंग फैन का इस्तेमाल लगभग हर मौसम में किया जाता है. यानी एसी और कूलर से भी ज्यादा सीलिंग फैन महत्वपूर्ण होते हैं
जहां तक बात इनके प्लेसमेंट की है तो किसी कमरे में दो फैन्स को इस तरह पोजिशन किया जाना चाहिए कि ये कमरे के अलग-अलग हिस्सों को कवर कर लें. एक समान हवा को फैलाने के लिए फैन्स को आदर्श रूप से एक दूसरे से समान दूरी पर इंस्टॉल किया जाना चाहिए. इस दूरी को हर कमरे की साइज से मैथेमैटिकली कैलकुलेट किया जा सकता है
पंखों को पंखे के ब्लेड के व्यास से लगभग दोगुनी दूरी पर रखना चाहिए. इससे एयर टर्बुलेंस को रोका जा सकेगा और ये सुनिश्चित किया जा सकेगा कि पंखों का एयरफ्लो एक-दूसरे को डिस्टर्ब न करें. उदाहरण के लिए, यदि पंखे के ब्लेड का व्यास 52 इंच (132 सेमी) है, तो दोनों पंखों के केंद्रों के बीच की दूरी लगभग 104 इंच (264 सेमी) होनी चाहि
इसी तरह बेहतर एयरफ्लो के लिए फर्श से फैन की हाइट करीब 8 से 10 फीट होनी चाहिए. ये हाइट बेहतर कूलिंग और सुरक्षा के लिहाज से भी जरूरी है. इसी तरह ब्लेड और सीलिंग के बीच 10-इंच की दूरी भी होनी चाहिए