कांग्रेस नेता उदित राज ने मंगलवार को दावा किया कि रजनीकांत ने योगी आदित्यनाथ के पैर इसलिए छुए क्योंकि अभिनेता यूपी के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखते थे। यह टिप्पणी रजनीकांत द्वारा स्पष्ट किए जाने के एक दिन बाद आई है कि उन्होंने योगी के पैर छुए क्योंकि संन्यासी या योगी के पैरों पर गिरना उनकी आदत थी, चाहे वह व्यक्ति किसी भी उम्र का हो। कांग्रेस नेता ने कहा, सीएम योगी आदित्यनाथ को भविष्य में प्रधानमंत्री के रूप में देखे जाने पर बहस हो रही है। अन्यथा, अभिनेता रजनीकांत ने प्रधान मंत्री मोदी के लिए यह शिष्टाचार नहीं दिखाया था।
रजनीकांत की सफाई
उदित राज ने कहा कि उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ में भावी प्रधानमंत्री की झलक दिख रही है। ऐसी बातें चल रही हैं। सोमवार को रजनीकांत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आलोचना का जवाब देते हुए कहा, योगियों या संन्यासियों के पैर छूना और उनका आशीर्वाद लेना मेरी आदत है, भले ही वे मुझसे छोटे हों, मैंने यही किया है। पिछले हफ्ते अपनी मुलाकात के दौरान रजनीकांत ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का नमस्ते करके स्वागत किया और फिर उनके पैर छुए। इस भाव-भंगिमा की सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से आलोचना की गई, कई लोगों ने पूछा कि क्या 72 वर्षीय अभिनेता के लिए बहुत छोटे यूपी सीएम के पैर छूना ठीक था?
अयोध्या का भी किया था दौरा
अभिनेता रजनीकांत ने रविवार को अयोध्या में राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना की। रजनीकांत ने मंदिर में विशेष पूजा की और भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य का अवलोकन भी किया। अयोध्या में रजनीकांत का स्वागत मंडलायुक्त गौरव दयाल, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार और नगर आयुक्त विशाल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। रजनीकांत ने संवाददाताओं से कहा, मैं लंबे समय से यहां आना चाहता था। मैं भाग्यशाली हूं कि यह इच्छा पूरी हुई। उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई। रजनीकांत ने कहा, अगर भगवान ने चाहा तो मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद मैं दोबारा आऊंगा। राम मंदिर में मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने रजनीकांत को एक अंग वस्त्र भेंट किया जिसपर राम मंदिर का मॉडल छपा है और रामनाम लिखा हुआ है।