DLB के नोटिस से नाराज हुए कांग्रेसी पार्षद, कहा- बीजेपी के साथ मिल रची गई साजिश

DLB के नोटिस से नाराज हुए कांग्रेसी पार्षद, कहा- बीजेपी के साथ मिल रची गई साजिश

जयपुर नगर निगम हेरिटेज में विवाद दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। मेयर मुनेश गुर्जर पर हुई निलंबन की कार्रवाई के बाद अब स्वायत्त शासन विभाग ने उपमहापौर समेत 10 पार्षदों को नोटिस जारी किया है। जिसका जवाब देकर पार्षदों ने अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए है। वहीं संगठन से जुड़े आला नेताओं से इसकी शिकायत भी की है।

कांग्रेस के सीनियर पार्षद उमरदराज ने कहा कि स्वायत्त शासन विभाग द्वारा राजेंद्र वर्मा विवाद पर हमें धारा 39 के तहत नोटिस जारी किया गया। जबकि उस पूरे मामले में पार्षदों की नहीं बल्कि राजेंद्र वर्मा की गलती थी। जिसकी पुलिस जांच अब तक भी पूरी नहीं हुई है। बावजूद इसके पार्षदों पर दबाव बनाने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं।

जो पूरी तरह गलत है। हमने नोटिस का जवाब तो दे दिया है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम से जयपुर कांग्रेस कमजोर हो रही है। जिसका नुकसान हमें आने वाले विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है। इस मामले की शिकायत जयपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आर.आर. तिवाड़ी और जयपुर कांग्रेस की प्रभारी मोना तिवाड़ी से भी की है। जिन्होंने हमें आश्वासन दिया है वह मुख्यमंत्री तक हमारी बात को पहुंचाएंगे। इसके साथ ही इस षड्यंत्र को रचने वाली लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

नगर निगम के डिप्टी मेयर असलम फारूकी ने कहा कि हम पर लगे आरोपों की पुलिस जांच फिलहाल जारी है। बावजूद इसके स्वायत्त शासन विभाग ने जांच पूरी कर हमें नोटिस जारी किए। जिससे जाहिर होता है कि किसी के दबाव में यह पूरी कार्रवाई की जा रही है। बीजेपी के लोग हमारे कुछ नेताओं के साथ में मिलकर कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं। लेकिन हम उनसे डरने वाले नहीं है।

जयपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आर.आर. तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार होने के बावजूद कांग्रेसी पार्षदों को नोटिस मिलना और मुकदमे लगना दुर्भाग्य की बात है। संगठन पूरी तरीके से कांग्रेसी पार्षदों के साथ है। पार्षदों के साथ मैंने उनकी समस्या को जयपुर की प्रभारी मोना तिवाड़ी तक पहुंचाया है। हमें पूरी उम्मीद है, पार्टी आलाकमान इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए सही फैसला करेगी।

तिवाड़ी ने कहा कि इस तरह के विवाद से हमारे नेताओं को भी बचना चाहिए। उन्हें मीडिया में आकर बेवजह बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। इसका गलत मैसेज जाता है। अगर किसी पार्षद को कोई समस्या है, तो उन्हें PCC आना चाहिए ना की किसी विधायक के घर जाकर बैठक करनी चाहिए।

इन पार्षदों को जारी हुए नोटिस

राजेंद्र वर्मा की शिकायत के आधार पर निलंबित मेयर हेरिटेज मुनेश गुर्जर, उप महापौर असलम फारूकी, पार्षद उमर दराज, नीरज अग्रवाल, श. कुरैशी, सुनिता मावर, राविया, अंजलि, आयशा सिद्दीकी, फरीद कुरैशी को नोटिस जारी हुए थे। जिसको लेकर अब कोंग्रेसी पार्षदों के साथ जयपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने भी अपनी ही सरकार की करवाई पर सवाल खड़े कर दिए है।

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