गौतमबुद्ध नगर के दादरी स्थित एक निजी स्कूल में जय श्रीराम का नारा लगाने पर छात्र के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. इस संबंध में छात्र के पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकाायत दी है.
जय श्रीराम का नारा लगाने पर नोएडा के एक प्राइवेट स्कूल में छात्र के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. इस संबंध में छात्र के वकील पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही पुलिस कमिश्नर नोएडा को शिकायत दी है. इस शिकायत की प्रतिलिपि डीएम नोएडा के अलावा उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री व केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में भी भेजी गई है. छात्र के पिता के मुताबिक उन्होंने सभी जगह अपनी शिकायत डिस्पैच कर दी है, हालांकि जिम्मेदार अधिकारियों ने इस तरह की शिकायत या संबंधित सूचना से अनभिज्ञता प्रकट की है.
यह मामला दादरी स्थित एक निजी सकूल का है. छात्र के पिता ने मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि वह वकील हैं और लंबे समय से विधि व्यवसाय करते आ रहे हैं. उनका बेटा लक्ष्य पिंक सिटी रोड दादरी स्थित एक निजी स्कूल में 11वीं की पढ़ाई करता है. तीन दिन पहले 14 अगस्त को लक्ष्य अपनी कक्षा में पढ़ाई कर रहा था. इसी बीच बगल की क्लास में बच्चे जय श्रीराम का नारा लगाने लगे.
इस नारेबाजी को सुनकर लक्ष्य की क्लास में भी बच्चे नारे लगाने लगे. इतने में स्कूल के पीटीआई यतीश और दो महिला अध्यापक वहां पहुंचे और सभी छात्रों को डांट फटकार कर चुप करा दिया. इसके बाद इन शिक्षकों ने लक्ष्य को बाहर बुलाया और जमकर मारपीट की. शाम को उनका छोटा भाई विक्रांत लक्ष्य को लेने के लिए स्कूल पहुंचा तो वह गुमशुम था. ऐसे में विक्रांत ने इसका कारण पूछा और पूरा मामला जानकर हैरान रह गया.
उसने तुरंत इस संबंध में स्कूल की प्रिंसिपल आशा शर्मा से शिकायत की. लेकिन आशा शर्मा ने अपनी ऊंची पहुंच बताकर विक्रांत को खूब हड़काया. इसके बाद घर लौटने के विक्रांत ने पूरी बात उन्हें बताई तो वह खुद प्रिंसिपल के पास शिकायत करने पहुंचे. पीड़ित पिता ने बताया कि प्रिंसिपल ने उन्हें भी खूब हड़काया और कहा कि अब उनके बच्चे का नाम काटा जा रहा है. इसी के साथ प्रिंसिपल ने कहा कि वह उनके बच्चे का एडमिशन किसी अन्य स्कूल में नहीं होने देंगी.
पीड़ित पिता ने सीएम योगी को लिखे पत्र में बताया कि स्कूल से लौटने के बाद उनका बेटा इतने सदमे में था कि उसने खुद को घर में बंद कर लिया. इससे उनका पूरा परिवार किसी अनहोनी से डर गया था. उन्होंने बताया कि यह शिकायत उन्होंने सीएम योगी के अलावा पुलिस कमिश्नर, शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और जिलाधिकारी के नाम भी भेजी है.