नई दिल्ली: टीम इंडिया 2 साल में पहली बार कोई टी20 सीरीज हारी. वेस्टइंडीज ने फ्लोरिडा में पांचवें टी20 में भारत को 8 विकेट से हराकर सीरीज 3-2 से जीत ली. भारत भले ही सीरीज हार गया लेकिन इस सीरीज में कुछ बातें ऐसी हुईं जो भविष्य में टीम इंडिया के काम आ सकती हैं. इसी में से एक है तिलक वर्मा का इंटरनेशनल क्रिकेट में धमाकेदार डेब्यू. तिलक ने अपनी पहली इंटरनेशनल सीरीज में ये साबित कर दिया कि क्यों उन्हें भारतीय क्रिकेट का भविष्य का सितारा कहा जा रहा. उनके प्रदर्शन में निरंतरता नजर आई. सिर्फ बल्ले से ही नहीं, बल्कि अब वो गेंद से भी धमाल मचाने की तैयारी कर रहे हैं. इस प्रदर्शन के बाद यही सवाल उठ रहा है कि क्या तिलक वर्मा के डेब्यू से भारत की सालों पुरानी चार नंबर की समस्या का हल मिल गया है. क्या उन्हें एशिया कप और वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिल सकता है?
तिलक वर्मा के टीम में शामिल किए जाने पर सवाल उठे थे लेकिन कप्तान हार्दिक पंड्या और कोच राहुल द्रविड़ ने इस युवा खिलाड़ी को पूरा सपोर्ट किया और पांचों मुकाबलों में तिलक को उतारा और तिलक ने शानदार बल्लेबाजी की. 5 मैच में से 2 में तिलक नाबाद लौटे और उन्होंने 58 की औसत से 173 रन बनाए. स्ट्राइक रेट भी 141 का रहा. वो सीरीज में भारत के टॉप स्कोरर रहे.
अब टीम इंडिया का अगला बड़ा इम्तिहान एशिया कप और विश्व कप है. तिलक वर्मा ने अबतक वनडे डेब्यू नहीं किया है. जिस तरह से श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की मैच फिटनेस पर सवाल बना हुआ है. ऐसे में तिलक वर्मा को एशिया कप के स्क्वॉड में चुना जा सकता है. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली इंटरनेशनल सीरीज में जिस तरह का खेल दिखाया है, उससे उनका दावा और मजबूत हो गया है.
क्या तिलक को एशिया कप के स्क्वॉड में चुना जाना चाहिए?
भारत को अब एशिया कप और विश्व कप में उतरना है. इन दोनों टूर्नामेंट में भारत का मध्यक्रम कैसा होगा? ये श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की फिटनेस पर टिका है. अगर ये दोनों पूरी तरह फिट रहे तो फिर इनका एशिया कप और विश्व कप में खेलना तय है. लेकिन, इनकी गैरहाजिरी में चार नंबर पर कौन बैटिंग करेगा? ये सवाल है और इसका जवाब तिलक वर्मा हो सकते हैं. क्योंकि उन्होंने डेब्यू टी20 सीरीज में चार नंबर पर शानदार बैटिंग की. उन्होंने मौके और हालात के हिसाब से बल्लेबाजी की. यही खूबी तिलक के दावे को मजबूत कर रही.
तिलक सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं कर सकते, बल्कि वो अच्छे फील्डर भी हैं और अब तो उनसे गेंदबाजी भी कराई जा रही. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें टी20 में गेंदबाजी भी की और 1 विकेट लिया. वैसे, तिलक एशियन गेम्स के लिए चुनी गई भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हैं. ये खेल 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक होंगे. ऐसे में उनके वर्ल्ड कप की टीम में चुने जाने की संभावना कम लग रही. लेकिन, स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में उन्हें जगह मिल सकती है.
गेंदबाजी में भी काम आ सकते हैं
हाल के सालों में भारतीय टीम में ऐसे बल्लेबाजों का अभाव दिखा है, जो गेंदबाजी कर सकते हैं. कुछ दशक पहले तक भारत के पास सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के रूप में ऐसे बल्लेबाज थे, जो अच्छी गेंदबाजी भी कर लेते थे और कई मौकों पर अपने दम पर टीम को जीत भी दिलाई थी. लेकिन पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम को ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं मिला. अगर तिलक वर्मा को तराशा जाता है, तो वो ये कमी पूरी कर सकते हैं. भारतीय टीम के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे भी ये कह चुके हैं कि तिलक वर्मा और यशस्वी जाय़सवाल दोनों को बतौर गेंदबाज तैयार किया जाएगा.