वाराणसी में रविवार रात कार सवार हमलावरों ने हाईवे पर स्कार्पियो रोककर कार सवार युवक को पीटा। मारपीट के साथ स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ की, अखरी बाईपास पर खुलेआम असलहा लहराते हुए फायरिंग की। धमकाते हुए हमलावर मौके से डाफी की ओर फरार हो गए। वहीं फायरिंग सुनकर डयूटी पर तैनात सिपाही पिकेट के अंदर घुस गए और कंट्रोल रूम को सूचना दी। जानकारी पाकर कई थानों की फोर्स रात में ही मौके पर पहुंची और रातभर हमलावरों की तलाश करती रही। रात में पीड़ित ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
रोहनियां थाना क्षेत्र के रामपुर लठियां निवासी मानवेंद्र प्रसाद ठेकेदारी का काम करते हैं। रविवार की रात 10 बजे अपने घर की ओर जा रहे थे। हाईवे पर रात करीब 10 बजे बीयर शाप के पास सफेद रंग की स्कॉर्पियो ने उनकी स्कॉर्पियो में टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद कार सवार आगे जाकर रुक गए और फिर पीछा करते हुए अखरी बाईपास चौराहे के करीब ओवरटेक करके स्कॉर्पियो रोक दिया। उसमें से करीब लाठी डंडे और असलहा लेकर पांच-छह हमलावर उतरे और गालियां देने लगे। कार के अंदर से खींचकर मारपीट करने लगे। तमंचा लिए हमलावर ने हथियार लहराते हुए हाईवे पर फायरिंग शुरू कर दी। स्कार्पियो कार में शीशा, बोनट समेत तोडफोड़ करने के बाद हमलावर फरार हो गए।
घटनास्थल पर ग्रामीणों और परिजनों का हंगामा
हाईवे पर कार सवार हमलावरों से फायरिंग की सूचना पाकर मानवेंद्र के पिता सुरेंद्र प्रसाद , मां, पत्नी सहित काफी संख्या में युवक घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों और परिजनों ने हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा शुरू करदिया। कई ग्रामीण सड़क पर लेटकर पुलिस वालों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे । मानवेंद्र के पिता का आरोप है पिकेट के सिपाही से पूछा तो उसने खुद की जान बचाने का जवाब दिया। वहीं अधिकारियों के आदेश पर कंट्रोल रूम ने सभी थानों और सीमाक्षेत्र में चेकिंग लगाकर संदिग्ध वाहन और हमलावरों की तलाश कराई।
फायरिंग सुनते ही पिकेट में छिपे सिपाही
मानवेंद्र प्रसाद का आरोप है कि हमले के बाद जान बचाकर पुलिस पिकेट की ओर भागा था लेकिन वहां कोई बाहर नहीं दिखा। इससे पहले फायरिंग सुनते ही सिपाही अंदर चले गए। अंदर जाकर सिपाहियों को आवाज लगाई लेकिन मौजूद सिपाही बाहर नहीं निकले और स्कॉर्पियो सवार डाफी की तरफ भाग निकले।
रामपुर लठियां के रहने वाले मानवेंद्र प्रसाद का आरोप है कि रविवार की रात करीब नौ बजे वह अपने घर जा रहे थे । इसी बीच लठियां बीयर शाप के पास सफेद रंग की स्कॉर्पियो ने टक्कर मार दी । जिसका पीछा करते हुए अखरी बाईपास चौराहे के करीब ओवरटेक करके स्कॉर्पियो रोक दिया । इसके बाद उसमे से करीब 6 लोग लाठी डंडे लेकर हमला कर दिए और सभी शीशे तोड़ दिए। मानवेंद्र का आरोप है कि इसी बीच हमलावर फायरिंग कर दिए जिसके बाद जान बचाने के लिए पुलिस पिकेट भागकर गया लेकिन वहां मौजूद सिपाही बाहर नहीं निकले और स्कॉर्पियो सवार डाफी की तरफ भाग निकले ।
वारदात के मैसेज पर पहुंची कई थानों की फोर्स
सरेराह हाईवे पर फायरिंग और तोड़फोड़ के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया। आसपास के इलाको में सनसनी फैल गई और पीड़ित के गांव के लोगों में काफी आक्रोश नजर आया। सूचना पर एसीपी रोहनिया विदुष सक्सेना और रोहनिया थाना प्रभारी पंकज अंबस्ट समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गए। पुलिस टीम देर रात तक जांच और पूछताछ में लगी रही। वहीं आसपास और चौराहे पर लगे सीसीटीवी की जांच भी की। पिकेट पर मौजूद सिपाही और पीड़ित कर आधार पर स्कॉर्पियो के नंबर की जांच पुलिस कर रही है। स्कॉर्पियो के बाएं वाले शीशे पर गोली जैसे निशान लग रहे थे लेकिन पुलिस के अनुसार गोली के निशान नहीं हैं ।