नई दिल्ली: केरल की सीपीआई (एम) सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिससे आने वाले दिनों में केंद्र सरकार से उसका टकराव होना तय है. दरअसल, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कुछ महीने पहले इतिहास के सिलेबस से महात्मा गांधी की हत्या और 2002 के गुजरात दंगों के विषय को हटा दिया था. अब केरल के शिक्षा विभाग ने इन विषयों को वापस जोड़ने का फैसला किया है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक केरल का शिक्षा विभाग 11वीं और 12वीं के छात्रों को पूरक पाठ्यपुस्तकें वितरित करेगा, जिसमें वो अंश भी शामिल किए जाएंगे, जिन्हें एनसीईआरटी ने पहले हटा दिया था.
केरल के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने मीडिया से कहा कि पूरक पाठ्यपुस्तकें अगले महीने उपलब्ध कराई जाएंगी. उन्होंने कहा कि इन किताबों में एनसीईआरटी की इतिहास की किताबों से हटाए गए अन्य हिस्सों के अलावा महात्मा गांधी की हत्या और गुजरात दंगों को भी शामिल किया जाएगा. इससे पहले, केरल राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) ने उन हिस्सों को पढ़ाने का फैसला किया था जिन्हें NCERT ने कक्षा 11 और 12 की किताबों से हटा दिया था.
पूरक पाठ्यपुस्तकों को लाने का निर्णय SCERT पाठ्यक्रम समिति द्वारा लिया गया था. केरल में सीपीआई (एम) सरकार ने बीते दिनों एनसीईआरटी द्वारा इतिहास की किताबों से कई विषयों को हटाने की आलोचना की थी. एनसीईआरटी ने कक्षा 6 से 12 तक के पाठ्यक्रम को तर्कसंगत बना दिया था. केरल केवल कक्षा 11 और 12 के लिए एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों पर निर्भर है. अन्य कक्षाओं के लिए एनसीईआरटी परिवर्तन सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों को प्रभावित नहीं करेंगे.