BJP की सहयोगी निषाद पार्टी अब यूपी के साथ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विस्तार की राह पर है। दोनों राज्यों में पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। साथ में उनके सांसद बेटे प्रवीण निषाद मौजूद थे।
दरअसल, निषाद पार्टी का 16 अगस्त को 8वां स्थापना दिवस है। इस अवसर पर गोरखपुर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें देशभर से निषाद पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंचेंगे। इस अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि होंगे। बीजेपी के कई पदाधिकारियों व मंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया हैं।
निषाद पार्टी के प्रदेश में 6 विधानसभा व 1 विधान परिषद सदस्य है। पार्टी के मुखिया डॉ. संजय निषाद खुद सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं, तो उनके बेटे प्रवीण निषाद बीजेपी के टिकट पर संतकबीरनगर से सांसद हैं।
लोकसभा से पहले विधानसभा चुनाव पर नजर
साल के अंत में मध्यप्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में निषाद पार्टी अब उत्तर प्रदेश से बाहर अपनी पार्टी के विस्तार की योजना के तहत मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है।
पार्टी के मुखिया संजय निषाद कहते हैं,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, तमिलनाडु समेत कई राज्य में हमारा संगठन है। हमने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में पहले भी चुनाव में हिस्सा लिया है। हमने अपनी योजनाओं के बारे में बीजेपी के शीर्ष पदाधिकारियों को बताया है।अगली बैठक में विस्तृत बातचीत होगी।
अब अंतिम निर्णय बीजेपी के आलाकमान को लेना है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के प्रस्ताव पर विचार करने की बात कही है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में आदिवासी व मछुआरा समुदाय के लोग रहते हैं। ऐसे में निषाद पार्टी की भी नजर इन समुदाय के वोट पर हैं।
गोरखपुर उपचुनाव में जीत से मिली थी पहचान
निषाद पार्टी की स्थापना 2016 में हुई थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी ने कई छोटे दलों के साथ गठबंधन करके तकरीबन 100 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। केवल एक सीट पर जीत दर्ज कर सकी थी। 2019 में निषाद पार्टी ने बीजेपी के साथ गठबंधन करके बीजेपी के ही सिंबल पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी ने बीजेपी के साथ गठबंधन कर 6 सीटों पर जीत दर्ज की।