लखनऊ में शुक्रवार को एक महिला में अपने बेटा-बेटी की हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद फांसी लगाकर जान दे दी। पति होटल से घर लौटा, तो उसने पत्नी को आवाज लगाई। फिर दरवाजा खटखटाया। लेकिन जब कोई रिस्पॉन्स नहीं आया, तो उसने खिड़की से झांक कर कमरे में देखा। कमरे में फंदे पर शव लटक रहे थे।
इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शवों को बाहर निकाला। घटना मार्टिन का पुरवा में गुरुवार रात की है।
हजरतगंज के ACP अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले होटल कर्मी रवि सिंह परिवार के साथ मार्टिन का पुरवा में किराए पर रहते हैं। गुरुवार रात करीब 1 बजे रवि होटल से घर लौटा। उसने पुलिस को बताया कि दरवाजा अंदर से बंद था। इस पर उसने अपनी पत्नी सौम्या को आवाज देकर बुलाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। फिर वह दरवाजा पीटने लगा। इसके बाद भी कोई रिस्पॉन्स नहीं आया। दरवाजा पीटने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग भी आ गए। जब उसने खिड़की से अंदर झांक कर देखा, तो सौम्या (24), उसका बेटा विराट (3) और बेटी अंशु (2) के शव फंदे से लटक रहे थे।
कमरे का दरवाजा तोड़कर घुसी पुलिस
ACP अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि रवि की सूचना पर इंस्पेक्टर गौतमपल्ली रिकेश कुमार सिंह टीम के साथ पहुंचे। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने बेलचे की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़कर तीनों के शवों को फंदे से नीचे उतारा। इसके बाद उन्हें सिविल हॉस्पिटल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
ACP बताया कि शुरुआती जांच में पारिवारिक कलह की बात सामने आ रही है। टीन शेड में एंगल में सौम्या का शव साड़ी और उसके दोनों बच्चों के शव दुपट्टा के सहारे लटक रहा था। पुलिस टीम ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके की जांच पड़ताल कर साक्ष्य जुटाए हैं।