इंदौर में एक मौलाना के विवादित वीडियो ने तूल पकड़ लिया है. सफाई कर्मचारियों के विरोध के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है. उधर, आरोपी ने अब दूसरा वीडियो जारी कर माफी मांग ली है।
मौलाना ने अपने वायरल वीडियो में आगे कहा, मैंने देखा है कि जो भाभी, मां या जवान बेटियां कचरा गाड़ी में डालती हैं, तब उनकी कमीज ऊपर हो जाती है और उनका पेट नजर आता है. और ये नीच नजर वाले उनको घूर कर देखते हैं...सोचिए हमारी बहू, बेटी, मां का नाखून भी कोई गैर व्यक्ति देखें तो हमें गवारा नहीं, इसलिए हमें खुद अपने घर से इसकी शुरुआत करना पड़ेगी।
इंदौर शहर को देश में 6 बार स्वच्छता में नंबर वन लाने वाले सफाईमित्र इस विवादित टिप्पणी वाले वीडियो को लेकर भड़क गए । बड़ी संख्या में जमा होकर उन्होंने थाना चंदननगर का घेराव कर मौलाना शादाब खान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर वाल्मीकि समाज ने थाने में मौलाना के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है। अब आरोपी मौलाना ने वाल्मीकि समाज से हाथ जोड़कर माफी मांग ली है।
मौलाना के इलाके से 2 दिन तक नहीं उठेगा कचरा
उधर, वाल्मिकी समाज के मनोज परमार ने कहा कि मौलाना की माफी मांगने से काम नहीं चलेगा. उसका मकान टूटना चाहिए। हम उसके मुंह पर 60 रुपये की जगह 60 हज़ार फेंक सकते हैं। उसको माफ नहीं करेंगे। यह वाल्मीकि समाज की मर्यादा का हनन करने का मामला है। परमार ने कहा कि इंदौर में स्वच्छता सर्वेक्षण भी सिर पर है और ऐसे में सफाई कर्मचारी काम बंद करते हैं, तो इससे न केवल इंदौर की स्वच्छता को बट्टा लगेगा बल्कि इंदौर नगर निगम की छवि भी धूमिल होगी. इसलिए सफाई मित्र अपना कार्य जारी रखेंगे। लेकिन 2 दिन काम बंद रहेगा। हालांकि, वायरल वीडियो में वाल्मीकि समाज पर विवादित टिप्पणी करने वाले चंदननगर क्षेत्र के रहने वाले मौलाना शादाब खान के क्षेत्र में 2 दिन सफाई और कचरा नहीं उठाने की बात भी उन्होंने कही है।