नई दिल्ली: अमेरिकी वैज्ञानिकों का कहना है कि जो महिलाएं रोजाना मीठे पेय पदार्थ (शुगर ड्रिंक) पी रही हैं उनमें लिवर कैंसर होने तथा लंबे समय तक लिवर की बीमारी के कारण मृत्यु दर बढ़ने का खतरा ज्यादा है. अमेरिका के बर्मिंघम एंड वुमेंस हॉस्पिटल के अनुसंधानकर्ताओं की अगुआई में हुए अध्ययन में 98,786 महिलाओं को शामिल किया गया जो रजोनिवृत्त हो चुकी हैं. इन महिलाओं पर 20 साल तक अध्ययन किया गया.
इस समूह में रोज एक या उससे अधिक शुगर ड्रिंक पीने वाली 6.8 प्रतिशत महिलाओं में लिवर के कैंसर का 85 प्रतिशत अधिक जोखिम और लंबे समय तक लिवर की बीमारी (क्रॉनिक लिवर डिजीज) के कारण मौत होने का खतरा 68 प्रतिशत पाया गया. ‘जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन नेटवर्क ओपन’ में प्रकाशित अध्ययन के पहले लेखक लॉन्गांग झाओ ने कहा, ‘‘हमारी जानकारी के मुताबिक मीठे पेय पदार्थ पीने और लंबे समय तक लिवर की बीमारी के कारण मौत होने के बीच संबंध का पता लगाने वाला यह पहला अध्ययन है.’’
झाओ ने कहा, ‘‘अगर हमारे निष्कर्षों की पुष्टि हो जाती है तो इससे बड़े और भौगोलिक रूप से विविध समूह के आंकड़ों के आधार पर लिवर की बीमारी के खतरे को कम करने के लिए जन स्वास्थ्य रणनीति बनाने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है.’’