ज्ञानवापी में ASI सर्वे का बुधवार को 7वां दिन है। ASI की टीम सर्वे के लिए पहुंच गई है। टीम लगातार तीसरे दिन टीम गुंबद और व्यास तहखाने में सर्वे करेगी। गुंबद की नक्काशी की कार्बन कॉपी तैयार करने के साथ तीनों गुंबदों की पैमाइश भी करेगी। श्रृंगार गौरी की दीवार और छत ढलान का सर्वे भी किया जाएगा। IB की टीम भी सर्वे में शामिल होने के लिए पहुंची है।
इसके साथ ही ASI टीम आधुनिक तकनीक पर आधारित फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, मैपिंग और स्कैनिंग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी। ASI ने IIT कानपुर की विशेषज्ञों की टीम को GPR यानी ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार मशीन से सर्वे के लिए बुलाया है। टीम मंगलवार वाराणसी पहुंची। टीम सुबह 10 बजे से GRP मशीन से जगहों को मार्किंग कर रही है। 12.30 बजे लंच और नमाज के लिए सर्वे को रोक दिया गया है। 2.30 बजे टीम दोबारा सर्वे करेगी।
पहले चरण में दस से अधिक स्थानों पर मशीन को लगाया जाएगा। उसके नतीजे आने बाद नए स्थानों का चयन किया जाएगा। शुक्रवार से GPR तकनीक से सर्वे शुरू होने की संभावना है। GRP की मदद से खुदाई के बगैर जमीन के नीचे का सच जाना जा सकता है। ASI ने IIT कानपुर से सर्वे के लिए आधुनिक रडार भी मांगा है। रडार सर्वे में ज्ञानवापी परिसर का नए सिरे से अध्ययन किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्टिंग के खिलाफ याचिका पर आज सुनवाई
इधर, मंगलवार शाम को सर्वे के बीच अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने मीडिया रिपोर्टिंग के खिलाफ के खिलाफ याचिका दायर की है। जिला जज आज दोपहर इस मामले पर सुनवाई करेंगे। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने याचिका में कहा है कि कोर्ट के आदेश पर ASI सर्वे हो रहा है। सर्वे की टीम या उसके किसी अधिकारी की ओर से सर्वे के संबंध में कोई बयान नहीं दिया गया।
जुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने कहा है कि इसके बाद भी सोशल मीडिया, अखबार और समाचार चैनल में लगातार खबरें प्रकाशित हो रही हैं। इससे जनमानस पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। वैमनस्य फैल रहा है। इसलिए इस तरह के समाचारों को प्रसारित व प्रकाशित करने से रोका जाए।
मंगलवार को टीम ने गुंबद और मीनारों के कंगूरों की जांच की
ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कर रही ASI टीम छठे दिन यानी मंगलवार को नींव से तीनों गुंबद और मीनारों के कंगूरे तक जांच की। टीम ने संरचना, वास्तु शैली काे परखने के साथ ही माप की। निर्माण में इस्तेमाल सामग्री की छानबीन की। जानकारी जुटाई कि हर हिस्से के निर्माण में किस तरह की सामग्री इस्तेमाल हुई और किस कालखंड में प्रयोग की गई। इस सिलसिले में IIT कानपुर के दो एक्सपर्ट भी बुधवार को पहुंची। आज टीम जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) तकनीक से नींव की जांच करेंगे। इस तकनीक से खुदाई किए बिना जमीन के नीचे जांच की जाएगी।
ASI की तीन टीमों ने जुटाए आंकड़ा
मंगलवार को ASI की तीन टीमें बनाई गई थी। एक टीम मीनारों व गुंबद के कंगूरों पर थी। एक तहखाने में और एक पश्चिमी दीवार के भीतरी हिस्से में मौजूद मलबे से पुरातात्विक आंकड़े जुटा रही थी। व्यासजी का तहखाना में ASI की टीम दिनभर छानबीन करती रही। नापजाेख, मैपिंग फाेटाेग्राफी की गई। ASI के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक बीआर मणि ने बताया कि इस तरह की इमारतों की पुरातात्विक छानबीन में GPR के साथ मैग्नेटोमीटर और टोटल स्टेशन जैसे उपकरणों की भी मदद ली जाती है।
हिन्दू-मुस्लिम पक्ष के वकील और वादियों से पुलिस का संवाद
ज्ञानवापी मामले में अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा और पुलिस उपायुक्त आरएस गौतम के नेतृत्व में चौक थाने में हिन्दू और मुस्लिम पक्ष के साथ संवाद हुआ। पुलिस प्रशासन की बैठक में धर्मगुरु, शांति समिति के लोग, ज्ञानवापी केस के वादी और प्रतिवादीगण एवं उनके वकील व पैरोकार शामिल रहे।
ACP ने वकील और वादियों से बयानबाजी पर रोक लगाने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की। ज्ञानवापी को लेकर फैल रहे अफवाहों को रोकने के लिए वादियों से बेवजह मीडिया में बयान ना देने अपील की। हिंदू पक्ष की तरफ से प्रशासन की अपील पर सहमति जताई।
2 सितंबर तक कोर्ट में देनी होगी रिपोर्ट
पूरी ज्ञानवापी बिल्डिंग को एक बार में देखने के लिए सैटेलाइट के जरिए 3D इमैजिनेशन तैयार किया जा रहा है। इसमें टीम दीवारों की 3D इमेजिंग, मैपिंग और स्क्रीनिंग भी करेगी। मंगलवार को ASI से 50 लोग, हिंदू पक्ष से 8 लोग और मुस्लिम पक्ष से 3 लोग मौजूद हैं। वहीं, जिला कोर्ट में शनिवार को सुनवाई हुई। अजय कुमार विश्वेश की अदालत ने आदेश दिया कि ASI को अपनी सर्वे रिपोर्ट 2 सितंबर तक सब्मिट करनी होगी।
अब तक सर्वे में ASI ने क्या-क्या जुटाया
ASI ने चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। इसमें पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता, नींव और दीवारों की कलाकृतियां, मिट्टी और उसका रंग, अवशेष की प्राचीनता सहित अन्न के दाने का सैंपल जुटाया है। इसके अलावा, टूटी मिली प्रतिमा का एक टुकड़ा भी ASI ने सैंपल में शामिल किया है। डिजिटल नक्शे में अंदर की वर्तमान स्थिति को भी अंकित किया जा रहा है।
सर्वे में तीन प्रमुख मशीनों का किया जा रहा है उपयोग
ज्ञानवापी परिसर की सतह की माप के लिए डायल टेस्ट इंडिकेटर लगाया जाता है। डेप्थ माइक्रोमीटर से भी अलग-अलग हिस्सों की माप की जा रही है। इसके साथ ही कांबिनेशन सेंट वर्नियर बैवल प्रोट्रेक्टर से परिसर में हुए निर्माण की बनावट, कलाकृतियां आदि की जांच की जा रही है। इसमें ASI टीम तैयार किए नक्शे के आधार पर इन मापों को रिकॉर्ड में दर्ज कर रही है।
पुलिस ने रात भर किया पेट्रोलिंग
ACP के निर्देश पर काशी, गोमती और वरुणा जोन में रातभर पुलिस ने पेट्रोलिंग किया। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह अफवाहों से बचें। यदि कोई अफवाह फैलाता है। तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल सीपी एस चिनप्पा के नेतृत्व में DCP आर एस गौतम और ACP अवधेश कुमार पांडेय ने आदमपुर, मैदागिन एवं गोदौलिया चौराहे तक गस्त किया।