आगरा में सफाई कर्मचारी और नगर निगम के पार्षद के बीच में हुए विवाद के चलते लगातार दूसरे दिन भी सफाई व्यवस्था चौपट है। शहर में जगह-जगह कूडे़ के ढेर लग गए हैं। डलाब घर से कूड़ा न उठने के चलते दुर्गंध आ रही है। लोग परेशान हैं। दो दिन में शहर में करीब दो हजार मीट्रिक टन कूड़ा नहीं उठा है। सफाई कर्मचारियों की संघर्ष समिति ने ऐलान किया है कि जब तक मामले के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। तब तक शहर में सफाई व्यवस्था सुचारू नहीं होगी।
विजय नगर के पार्षद ऋषभ गुप्ता और सफाई नायक विकास दीप के बीच तीन दिन पूर्व विवाद हुआ था। सफाईकर्मियों के हंगामे के बाद पार्षद के खिलाफ एफआईआर भी हो गई थी। सफाई कर्मचारी यूनियन ने अल्टीमेटम दिया था कि पार्षद की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे कार्य बहिष्कार करेंगे। पार्षद की गिरफ्तारी न होने पर सोमवार को सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया था। मंगलवार को शहर में कहीं भी कूड़ा नहीं उठा। नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच हुई वार्ता भी विफल रही थी। इसके बाद अब बुधवार को भी शहर में कूड़ा नहीं उठा है। सफाई कर्मचारियों ने हाजिरी तो लगाई है, लेकिन काम नहीं किया है।
हर मोहल्ले में लगे ढेर
शहर में हर दिन करीब एक हजार मीट्रिक टन कूड़ा उठता है। दो दिन की हड़ताल के चलते शहर के हर मोहल्ले में कूड़े का ढेर लग गया है। गलियों में कूड़ा पड़ा होने के चलते दुर्गंध आ रही है। कूडे़ का उठान न होने के चलते लोगों को डलाब घर पर कूड़ा डालने जाना पड़ रहा है। सड़कों पर भी गंदगी पसरी है।
नहीं बनी कोई बात
नगर निगम कर्मचारी संघ के विनोद इलाहाबादी ने बताया कि नगर आयुक्त से हमारी दो मांगों पर काफी देर तक चर्चा हुई। लेकिन यह चर्चा असफल साबित हुई। क्योंकि नगर निगम द्वारा हमारी दोनों ही मांगों पर कोई भी संतुष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। हमारी सिर्फ दो मांगे हैं कि वार्ड 86 के पार्षद ऋषभ गुप्ता द्वारा उनके सफाई नायक विकास दीप के साथ जो घटना की गई। उस पर कार्रवाई की जाए और पार्षद को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही एसएन मेडिकल कॉलेज में अनिल मिश्रा ने पिंकी डागौर के साथ जो जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया है। उस संबंध में भी कड़ी कार्रवाई की जाए। लेकिन नगर निगम अधिकारियों ने इन दोनों ही मामलों में किसी पर कड़ी कार्रवाई करने की सहमति नहीं जताई।