उत्तर प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. पहले दिन की ही तरह विधानसभा में विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में नजर आया. इस दौरान विपक्ष महंगाई से लेकर बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करते दिखाई दिया।
इस पर सदन के नेता योगी आदित्यनाथ ने जवाब देते हुए बताया कि प्रदेश में बेरोजगारी की दर पहले की अपेक्षा कम हुई है।
दरअसल नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा में बेरोजगारी को मुद्दा बनाते हुए सवाल किया कि लगातार बढ़ रही जनसंख्या और उसके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए आपकी नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बेरोजगार लोगों की संख्या बताएगी. इस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे इस बात से काफी अच्छा लगा कि अखिलेश यादव को जनसंख्या की चिंता हो रही है । इसके साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हम लोग जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए ही समान कानून की बात करते हैं।
घटकर 4 प्रतिशत हुई बेरोजगारी दर
उन्होंने आगे कहा कि जनसंख्या के बारे में सोच कर समाजवादियों में कुछ तो प्रोग्रेस हुई, अच्छा है प्रगति के बारे में सोचना चाहिए. वहीं बेरोजगारी पर जवाब देते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि 2016 में बेरोजगारी की दर 19 प्रतिशत थी जो अब घटकर 3 से 4 प्रतिशत तक रह गई है. उनका कहना है कि यह आंकड़े दिखाते हैं कि राज्य में रोजगार के अवसर बढ़े हैं और लोगों को नौकरी मिल रही है।
घटकर 4 प्रतिशत हुई बेरोजगारी दर
उन्होंने आगे कहा कि जनसंख्या के बारे में सोच कर समाजवादियों में कुछ तो प्रोग्रेस हुई, अच्छा है प्रगति के बारे में सोचना चाहिए. वहीं बेरोजगारी पर जवाब देते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि 2016 में बेरोजगारी की दर 19 प्रतिशत थी जो अब घटकर 3 से 4 प्रतिशत तक रह गई है. उनका कहना है कि यह आंकड़े दिखाते हैं कि राज्य में रोजगार के अवसर बढ़े हैं और लोगों को नौकरी मिल रही है.
रोजगारपरक पाठ्यक्रम से मिल रहा लाभ
विधानसभा में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू हो चुकी है, इसके तहत सामान्य पाठ्यक्रम के साथ-साथ विभिन्न रोजगारपरक पाठ्यक्रम भी लागू किये गये हैं. जिसमें पैरामेडिकल, ड्रोन टेक्नॉलोजी, डाटा एनालिसिस, थ्री डी पेंटिंग जैसे पाठ्यक्रम भी जोड़े गए हैं।