PCS अफसर ज्योति मौर्य के खिलाफ नियुक्ति विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं। ज्योति मौर्य के पति आलोक की शिकायत के आधार पर ये जांच प्रयागराज कमिश्नर को सौंपी गई है। अगले 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपनी होगी।
आलोक मौर्य ने अनियमित लेनदेन संबंधी ज्योति के खिलाफ शिकायत की थी। अब प्रयागराज कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने आदेश मिलते ही जांच कमेटी बना दी है। प्रयागराज के ADM प्रशासन और एसीएम फर्स्ट को जांच कमेटी में रखा गया है।
विवादों के बाद 7 जुलाई को पहली बार लोकभवन पहुंची थीं
ज्योति मौर्य अपने पति से विवाद को लेकर सुर्खियों में बनी हैं। इन्हीं विवादों के बीच वह पहली बार 7 जुलाई की शाम लोकभवन पहुंची थीं। ज्योति मौर्य ने उच्च अधिकारियों को अपना जवाब बंद लिफाफे में दिया। इसके बाद कार में बैठकर लौट गईं। हालांकि इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया था।
ज्योति मौर्य ने पति के खिलाफ दर्ज कराया है दहेज उत्पीड़न का केस
ज्योति मौर्य बरेली में तैनात हैं। वह अपने पति आलोक मौर्य से आपसी विवाद को लेकर इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में पति आलोक, उनके भाइयों और भाभी के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में ज्योति का बयान दर्ज किया जा चुका है। जबकि दूसरे पक्ष से उनके पति और अन्य नामजद लोगों का बयान दर्ज होना है।
इसके बाद से ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य के बीच का विवाद सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड कर रहा है। लोग तरह-तरह के मीम्स और पोस्ट वायरल कर ज्योति को टारगेट कर रहे हैं। धूमनगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य ने बताया कि जल्द ही आलोक मौर्य और अन्य नामजद आरोपियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। मामले की जांच की जा रही है।
पति ने 100 पन्नों की डायरी सौंपी, PCS पत्नी हर महीने करती है 6 लाख की वसूली
बरेली में तैनात PCS अफसर ज्योति मौर्य और उनके पति के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी बीच 100 पेज की एक डायरी सामने आई है। यह डायरी दैनिक भास्कर को खुद ज्योति के पति आलोक ने दी है। दावा किया है कि डायरी में ज्योति हर महीने वसूली मिलने वाले रुपयों का लेखा-जोखा लिखती हैं। डायरी में दर्ज हिसाब-किताब में ज्योति ने हर महीने 6 लाख रुपए अवैध तरीके से कमाए हैं। फिलहाल, ज्योति के पति के दावे में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही क्लियर होगा।
हर पेज पर बना रखा है शुभ-लाभ
प्रयागराज में पंचायती राज विभाग में तैनात आलोक कुमार मौर्य ने दैनिक भास्कर को जो डायरी दी है। उसमें हर पेज पर ऊपर और नीचे स्वास्तिक बना हुआ है। उस पर शुभ-लाभ लिखा है। इसके बाद हर महीने कहां से और किस काम से कितना पैसा मिला इसका हिसाब-किताब भी लिखा हुआ है। आलोक ने दावा किया है कि यह हैंडराइटिंग ज्योति की है। प्रशासन चाहे, तो इसकी जांच भी करा सकता है।
अक्टूबर 2021 की कमाई 6.4 लाख रुपए
ज्योति कौशांबी के चायल तहसील में 2019 से 2021 के बीच तैनात थीं। डायरी में इस दौरान भ्रष्टाचार से मिलने वाले रुपयों का हिसाब-किताब लिखा है। अगर, अक्टूबर 2021 की बात की जाए, तो सिर्फ एक महीने में ज्योति ने 6.4 लाख रुपए अवैध रूप से कमाए हैं।
इसमें यह भी लिखा है कि हर महीने 15 हजार रुपए सप्लाई इंस्पेक्टर और 16 हजार मार्केटिंग इंस्पेक्टर देते हैं। हर पेज पर महीने के हिसाब से भ्रष्टाचार का हिसाब-किताब, कहां से कितना रुपया मिला, कहां खर्च किया दर्ज है।
2015 में SDM पद पर हुआ था चयन
आलोक ने बताया कि उनकी ज्योति के साथ 2010 में शादी हुई थी। 2009 में आलोक का चयन पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में हो गया था। इसके बाद उन्होंने ज्योति को पढ़ाया-लिखाया। कोचिंग कराई।
2015 में ज्योति का चयन हो गया। लोक सेवा आयोग से महिलाओं में ज्योति की तीसरी रैंक और ऑल ओवर 16वीं रैंक थी। परिवार में सभी लोग बहुत खुश थे। 2015 में जुड़वा बच्चियां हुईं। 2020 तक सब कुछ ठीक चला।
'2020 में जिला कमांडेंट होमगार्ड से फेसबुक से हुई दोस्ती'
आलोक ने बताया कि 2020 में ज्योति की जान-पहचान गाजियाबाद में तैनात जिला कमांडेंट होमगार्ड से हुई। दोनों में बातचीत होने लगी। हमें लगा चलो अधिकारी हैं बातचीत तो करनी ही पड़ती होगी। लेकिन, 2022 में एक बार घर के मोबाइल में अपना फेसबुक लॉगिन करके ज्योति भूल गईं।
दोनों के बीच अश्लील चैट हुई थी। इसे देखकर मेरा माथा ठनका। विरोध किया, तो लड़ने-झगड़ने और जेल भेजने की धमकी देने लगीं। 22 दिसंबर 2022 को आलोक ने दोनों को होटल मैरियट लखनऊ में रंगे हाथ पकड़ लिया। फिर सफाई देने लायक कुछ नहीं रहा। विरोध किया, तो दोनों ने हमारे ऊपर हमला कर दिया। हम जान बचाकर भागे।