लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सदन में बार-बार हो रहे व्यवधान से नाराज हैं और बुधवार सुबह कार्यवाही से दूर रहे। जब लोकसभा में प्रश्नकाल शुरू हुआ तो वाईएसआरसीपी नेता मिधुन रेड्डी अध्यक्ष थे। जानकारी के मुताबिक लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन के कामकाज को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से गहरी नाराजगी जताई है। बिरला ने दोनों पक्षों से कहा कि जब तक सांसद सदन की गरिमा के अनुरूप व्यवहार नहीं करेंगे तब तक वह लोकसभा में नहीं आएंगे। आज भी जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो बिरला अध्यक्ष की सीट पर नहीं आये। हालांकि, आज भी मणिपुर के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की गरिमा सर्वोच्च
संसद के अधिकारियों ने कहा कि बिरला मंगलवार को लोकसभा में विधेयकों के पारित होने के दौरान विपक्ष और ट्रेजरी दोनों बेंचों के व्यवहार से नाराज थे। अधिकारियों ने कहा कि विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों को 20 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से संसद में बार-बार होने वाले व्यवधान पर अध्यक्ष की नाराजगी से अवगत कराया गया है। अधिकारियों ने कहा कि अध्यक्ष सदन की गरिमा को सर्वोच्च सम्मान में रखते हैं और सदस्यों से अपेक्षा करते हैं कि वे कार्यवाही के दौरान मर्यादा बनाए रखें। सूत्रों के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष का कहना है कि सदन में कुछ सदस्यों का व्यवहार सदन की उच्च परंपराओं के विपरीत है। समझा जाता है कि मंगलवार को निचले सदन में दिल्ली सेवा संबंधी विधेयक पेश किये जाने के दौरान शोर-शराबे को लेकर भी उन्होंने अपनी अप्रसन्नता जतायी है।
क्या कहा था
मंगलवार को विधेयक पेश किये जाने के दौरान विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा था, ‘‘पूरा देश देख रहा है, आप संसद में इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं जो उचित नहीं है।’’ बिरला ने कहा था, ‘‘मैं आपको चर्चा के दौरान पर्याप्त मौका दूंगा।’’ मानसून सत्र शुरू होने के बाद से ही लोकसभा में मणिपुर मुद्दे पर जारी गतिरोध बुधवार को भी बरकरार रहा और विपक्षी दलों के सदस्यों के शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। आज सुबह निचले सदन की बैठक शुरू होने पर कार्यवाही पीठासीन सभापति मिथुन रेड्डी ने संचालित की।