कानपुर मेयर ने रविवार को एक मकान का ताला तोड़कर बुजुर्ग महिला को कब्जा दिलाया। इसके बाद 50 मिनट के अंदर 100 मीटर के दायरे में ऐसी 2 और छोटी-छोटी घटनाएं हुईं। जिससे बजरिया इलाके का माहौल बिगड़ गया। एक समुदाय के सैकड़ों लोग सड़क पर आ गए और हंगामा व नारेबाजी करने लगे।
तनाव बढ़ता देख पुलिस कमिश्नर ने इलाके में RAF, PAC और पुलिस बल तैनात कर दिया। तब जाकर हालात नियंत्रित हुए। यहां 24 घंटे बाद भी तनाव है। सुरक्षा RAF और PAC के हवाले हैं। सोमवार को पुलिस-प्रशासन के अफसर मकान पर दावा करने वाली बुजुर्ग और दूसरे पक्ष के दस्तावेज देखकर फैसला करेगी कि आखिर मकान किसका है।
मेयर ने ताला तुड़वाया, फिर लोग सड़कों पर आए
बजरिया इलाके के लुधौरा में रहने वाली राजपति (75) के पति राधे का काफी समय पहले निधन हो चुका है। उनका एक बेटा धर्मेन्द्र है। राजपति का आरोप है कि उनके मकान पर जावेद नाम के युवक ने अवैध तरह से कब्जा कर लिया। उसने कोर्ट में राजपति की जगह एक अन्य महिला को उसकी आइडेंटिटी में खड़ा कर दिया उससे रजिस्ट्री करा ली और जब विवाद हुआ तो कोर्ट से स्टे भी ले लिया।
रविवार दोपहर डेढ़ बजे महापौर प्रमिला पांडेय को इसकी जानकारी मिली। उन्हें बताया गया कि एक बुजुर्ग महिला के घर पर मुस्लिम पक्ष का कब्जा है। इस मकान में मंदिर है और एक पीपल का पेड़ भी है। इसके बाद मेयर, भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी, भाजपा जिला अध्यक्ष (उत्तर) सुनील बजाज के साथ बजरिया पहुंचीं।
ताला तोड़कर राजपति को घर पर कब्जा दिलाया। मामले की जानकारी मिलते ही बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। यही से माहौल बिगड़ने की शुरुआत हुई। कुछ देर बाद दूसरे समुदाय के भी सैकड़ों लोग सड़क पर आ गए।
लोगों को खदेड़ा गया, तब हालात काबू में आए
मामले की जानकारी मिलते ही ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी, डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार, एसीपी कर्नलगंज अकमल खान समेत कई अफसर मौके पर पहुंचे। हालात बिगड़ते देख इलाके में PAC, RAF और कई थाने की फोर्स को तैनात कर दिया गया।
लोगों को खदेड़ा गया। तब जाकर हालात काबू हुए और लोगों को भरोसा दिलाया गया कि कानून के तहत कार्रवाई होगी। सोमवार को महिला के और दूसरा पक्ष के दस्तावेज चेक किए जाएंगे। जो भी सही होगा उसे मकान पर कब्जा दिया जाएगा। तब जाकर हंगामा और बवाल शांत हुआ।
लेकिन इलाके में भारी फोर्स और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इलाके में तनाव का माहौल देखते हुए IB और LIU को भी सक्रिय कर दिया गया है।
घटना 1. रविवार 12.20 बजे
मेयर को मंदिर पर अवैध कब्जे की सूचना
मकान पर कब्जा कराने के साथ ही मेयर को किसी ने सूचना दी थी कि एक ऐसी जगह है, जो अवैध कब्जे में है। जहां पर मंदिर और पीपल का पेड़ है। यहां पर एक समुदाय के लोगों ने कब्जा कर लिया है। मेयर प्रमिला पांडेय, विधायक महेश त्रिवेदी और भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कई लोग के साथ मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे थे।
घटना 2. रविवार 12.40
पथराव और बवाल की अफवाह फैलाई
इस निरीक्षण के दौरान, किसी ने पथराव और बवाल की अफवाह फैला दी। इसके बाद बजरंग दल के लोग भी पहुंच गए। मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। जो भी दोषी होगा उस पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
घटना 3. रविवार 1.10 बजे
जूता-चप्पल पहनकर प्रवेश पर बिगड़ा मामला
तीसरा मामला यह हुआ कि इमाम चौक के पास एक अखाड़ा है। इसके भीतर एक मंदिर भी है। इसी से सटा हुआ इमाम चौक पर एक बैनर लगा था कि ड्योढ़ी पर कोई भी व्यक्ति के जूता व चप्पल पहनकर जाना मना है। लेकिन बैनर गिरने या फट जाने की वजह से लोगों के बीच गलतफहमी हो गई। एक के बाद एक तीन मामले सौ मीटर के दायरे में आने से माहौल बिगड़ गया था।
कमिश्नर बोले- कानून को हाथ में लेने से बिगड़ा माहौल
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि वृद्धा को घर में प्रवेश करा दिया गया। लेकिन अगर उनके घर पर कब्जा हुआ है, तो प्रशासन को नियमों के तहत कार्रवाई करनी चाहिए थी। लेकिन मुझे लगता है कि इस पूरे प्रकरण में कानून का पालन नहीं किया गया है।
भविष्य में इस तरह दोबारा नहीं हो इसके लिए भी प्रशासन की तरफ से कार्य किया जाएगा। तनाव को देखते हुए पुलिस, पीएसी और आरएएफ तैनात कर दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि कोई भी कानून हाथ में नहीं ले, पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके साथ दो और मामले हुए इसके चलते लोगों में गलतफहमी हो गई और भीड़ इकट्ठा हो गई थी। फिलहाल फोर्स तैनात कर दी गई है और इलाके में शांति का माहौल है।