जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर स्थित एक विश्वविद्यालय के हॉकी मैदान में 17-वर्षीया दलित लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे दो छात्र समूहों ने सोमवार को एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार की सुबह हुई दुष्कर्म की घटना के खिलाफ जोधपुर में कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए। कांग्रेस से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के छात्र सुबह जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय पर एकत्र हुए और परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने और चारदीवारी की मरम्मत की मांग की।
अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने अपने विरोध प्रदर्शन के दौरानविश्वविद्यालय का मुख्य द्वार भी बंद कर दिया। बाद में जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों का एक समूह भी परिसर पहुंचा और नारेबाजी करते हुए अंदर घुसने की कोशिश की तो उनकी बहस हो गई। अधिकारियों ने बताया कि बहस जल्द ही हिंसक झड़प में तब्दील हो गई और दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया, जिसके बाद पुलिसकर्मी हरकत में आए और उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
उन्होंने बताया कि तीन छात्रों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने पुलिस के इस बयान के खिलाफ पुलिस आयुक्त कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया कि सामूहिक बलात्कार मामले के आरोपी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र शाखा से जुड़े थे। इस बीच, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने घटना की निंदा की और पुलिस द्वारा आरोपियों के एक राजनीतिक समूह से जुड़े होने की बात कहे जाने की आलोचना की।